पाकिस्तान में फरजाना बेगम बोलीं, मैं बच्चों के बिना अपने देश भारत नहीं जाऊंगी

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 17-04-2024
Farzana Begum
Farzana Begum

 

इस्लामाबाद. भारतीय नागरिक फरजाना बेगम इस समय पाकिस्तान में अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए लड़ रही हैं. फरजाना ने यह कहते हुए अपने मूल देश (भारत) लौटने से इनकार कर दिया है कि पाकिस्तान में उनके बच्चों की जान को खतरा है.

मुंबई निवासी फरजाना बेगम ने साल 2015 में अबू धाबी में पाकिस्तानी नागरिक मिर्जा मुबीन इलाही से शादी की थी. बाद में, दंपति 2018 में पाकिस्तान आए. उनके सात और छह साल के दो बेटे हैं. फरजाना बेगम का मामला तब सुर्खियों में आया जब उसने कथित तौर पर अपने बेटों की कस्टडी और अपने बेटों के नाम पर कुछ संपत्तियों के विवाद को लेकर अपने पति को प्रताड़ित किया.

फरजाना ने अपने पति के इस दावे को खारिज कर दिया कि उसने उसे तलाक दे दिया है. फरजाना ने कहा कि अगर उसने मुझे तलाक दिया है, तो इसका प्रमाण पत्र होना चाहिए. फरजाना ने कहा, "पाकिस्तान में संपत्ति विवाद को लेकर मेरी और मेरे बच्चों की जान खतरे में है. मैं लाहौर के रहमान गार्डन में अपने घर तक ही सीमित हूं और मेरे बच्चे भूख से परेशान हैं."

फरजाना ने अपने बेटों के बिना अपने मूल देश जाने से इनकार करते हुए पाकिस्तान सरकार से मामला सुलझने तक सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है. उन्होंने कहा, "लाहौर में कुछ संपत्तियां हैं जो मेरे बेटों के नाम पर हैं. मेरे और मेरे बच्चों के पासपोर्ट मेरे पति के कब्जे में हैं."

फरजाना बेगम, मिर्जा मुबीन इलाही की दूसरी पत्नी हैं. इलाही के पहले से ही एक पाकिस्तानी पत्नी और बच्चे हैं. फरजाना का आरोप है कि वे उसे भारत लौटने और संपत्तियों पर नियंत्रण छीनने के लिए धमकाने और डराने की साजिश रच रहे हैं.

फरजाना के वकील मोहसिन अब्बास ने कहा, "मुबीन इलाही झूठी अफवाह फैला रहे हैं कि फरजाना का वीजा समाप्त हो गया है, जबकि उसका पासपोर्ट उसके पास है." फरजाना ने कहा, "मैं अपने बेटों के बिना कभी भारत नहीं लौटूंगी."

जहां फरजाना अपने रुख के बारे में मुखर रही हैं, वहीं इलाही शांत हैं और उन्होंने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. फरजाना ने कहा, "मुझे पता है कि इलाही यह सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रिया में देरी कर रहे हैं कि मेरा वीजा समाप्त हो जाए और मुझे पाकिस्तान छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़े. लेकिन मैं अपने बेटों के बिना नहीं जाऊंगी."

 

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