हेग (नीदरलैंड्स)विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को नीदरलैंड्स के विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैंप से मुलाकात के दौरान 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ "शून्य सहनशीलता" नीति का समर्थन करने के लिए नीदरलैंड्स की प्रशंसा की।
जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा,
"नीदरलैंड्स के विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैंप द्वारा हेग में गर्मजोशी से मेज़बानी के लिए धन्यवाद। पहलगाम हमले की नीदरलैंड्स द्वारा की गई कड़ी निंदा और आतंकवाद के खिलाफ 'ज़ीरो टॉलरेंस' नीति का समर्थन सराहनीय है। हमने द्विपक्षीय साझेदारी को और गहरा करने और यूरोपीय संघ के साथ सहयोग बढ़ाने पर व्यापक चर्चा की।"
उन्होंने कहा कि इस वार्ता में बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था में उत्पन्न चुनौतियों और अवसरों पर भी विचार-विमर्श हुआ।
विदेश मंत्री जयशंकर ने नीदरलैंड्स के रक्षा मंत्री रूबेन ब्रेकलमैन्स से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने के लाभों पर चर्चा की।
उन्होंने कहा,
"आज हेग में नीदरलैंड्स के रक्षा मंत्री रूबेन ब्रेकलमैन्स से मिलकर प्रसन्नता हुई। हमने दोनों देशों की सुरक्षा संबंधी प्राथमिकताओं और चुनौतियों पर विचार साझा किए। साथ ही, द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को प्रोत्साहित करने के संभावित लाभों पर भी चर्चा हुई।"
जयशंकर ने नीदरलैंड्स में भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की और भारत-नीदरलैंड्स संबंधों को मजबूत करने में उनकी भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने लिखा,
"शाम को नीदरलैंड्स में भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों से संवाद किया। भारत और नीदरलैंड्स के बीच मजबूत रिश्तों के निर्माण में समुदाय के योगदान को महत्व देता हूं।"
जयशंकर सोमवार तड़के (भारतीय समयानुसार) नीदरलैंड्स पहुंचे। विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, वे 19 से 24 मई तक नीदरलैंड्स, डेनमार्क और जर्मनी की आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस दौरान वे तीनों देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं के साथ-साथ वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
जयशंकर की जर्मनी यात्रा ऐसे समय हो रही है जब हाल ही में फ्रेडरिक मर्ज़ ने वहां नए संघीय चांसलर का पदभार संभाला है।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद इन तीनों देशों ने भारत के प्रति एकजुटता व्यक्त की थी। डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेते फ्रेडरिक्सन ने आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करते हुए भारत का समर्थन किया और पीड़ितों व उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
MEA के अनुसार,
"भारत और डेनमार्क के बीच संबंध ऐतिहासिक जुड़ाव, साझा लोकतांत्रिक परंपराओं और क्षेत्रीय व वैश्विक शांति और स्थिरता की साझा आकांक्षा पर आधारित हैं। वर्तमान द्विपक्षीय संबंधों को 'ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप' के तहत गति मिली है।"
भारत और नीदरलैंड्स के संधर्ष 75 वर्षों से अधिक पुराने हैं और दोनों देशों के बीच मजबूत राजनीतिक, आर्थिक और व्यापारिक संबंध हैं। उच्च स्तरीय परस्पर दौरे इस बहुआयामी साझेदारी को आगे बढ़ाने में सहायक रहे हैं।