Delegations of Russia and Ukraine will hold peace talks for the first time in three years
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
रूस और यूक्रेन तीन साल में पहली बार शुक्रवार को प्रत्यक्ष रूप से शांति वार्ता करेंगे. वे तुर्किये की मध्यस्थता से हो रही वार्ता के लिए इस्तांबुल में जुट रहे हैं, लेकिन अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को लगता है कि तीन साल से अधिक समय से जारी युद्ध को रोकने की दिशा में तत्काल कोई प्रगति नहीं होगी.
यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तेम उमेरोव के नेतृत्व में यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी व्लादिमीर मेदिंस्की की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेगा.
युद्ध खत्म करने के प्रयास बृहस्पतिवार को उस समय और मुश्किल हो गए जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ आमने-सामने मुलाकात का प्रस्ताव ठुकरा दिया.
हालांकि पुतिन-जेलेंस्की की संभावित बैठक की उम्मीदें पहले से ही कम थीं.
तीस दिवसीय पूर्ण युद्ध विराम के अमेरिका और यूरोप के प्रस्ताव को यूक्रेन ने स्वीकार कर लिया है, लेकिन पुतिन ने दूरगामी शर्तें लगाकर इसे अस्वीकार कर दिया है.