संयुक्त राष्ट्र
रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि रूस का यूरोप या किसी नाटो देश पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है। लेकिन यदि रूस पर कोई हमला किया गया, तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
लावरोव का यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल के सप्ताहों में नाटो के हवाई क्षेत्र में अनधिकृत उड़ानों को लेकर पूरे यूरोप में तनाव बढ़ा है। खासतौर पर पोलैंड के ऊपर ड्रोन गिराए जाने की घटनाओं और एस्टोनिया द्वारा यह कहे जाने के बाद कि रूसी लड़ाकू विमानों ने उसके हवाई क्षेत्र में लगभग 12 मिनट तक उड़ान भरी, इस मुद्दे ने गंभीर रूप ले लिया है।
इन घटनाओं के बीच, रूस पर हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के आरोप लगाए गए हैं, जिन्हें मास्को ने सिरे से खारिज कर दिया है। रूस का कहना है कि उनके विमान एस्टोनिया की सीमा में दाखिल नहीं हुए थे और पोलैंड पर ड्रोन हमला जानबूझकर नहीं किया गया।
वहीं, रूस के सहयोगी बेलारूस ने दावा किया कि ड्रोन अपने रास्ते से इसलिए भटके क्योंकि यूक्रेन द्वारा किए गए 'सिग्नल जामिंग' (संचार बाधित करने की कार्रवाई) के कारण उनका मार्ग बदल गया।
लावरोव ने दो टूक कहा,"रूस का न तो कोई आक्रामक इरादा है और न ही वह यूरोप या नाटो देशों के खिलाफ युद्ध चाहता है। लेकिन यदि रूस पर आक्रमण हुआ, तो हम उसका पूरी ताकत से जवाब देंगे।"