मुंबई
ग़ज़ल, ठुमरी और दादरा गायकी की महान हस्ती बेगम अख्तर को श्रद्धांजलि देने के लिए 4 अक्टूबर को मुंबई के रॉयल ओपेरा हाउस में एक विशेष संगीत संध्या 'दास्तान-ए-अख्तरी' का आयोजन किया जाएगा। यह संध्या बेगम अख्तर की कला, व्यक्तित्व और उनकी अमर धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास है।
इस कार्यक्रम में कथावाचन और गायन को साथ मिलाकर बेगम अख्तर के जीवन की यात्रा को प्रस्तुत किया जाएगा। उनकी कला के रंगों, जीवन की घटनाओं और सामाजिक-सांस्कृतिक प्रभावों को दर्शाने के लिए मंच पर जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा।
कार्यक्रम का संयोजन एक्सक्यूरेटर्स द्वारा किया गया है और यह 'बारिश' और 'सोनचिरैया' जैसे सांस्कृतिक संगठनों के सहयोग से प्रस्तुत किया जाएगा।
कवि, लेखक और संगीत अध्येता यतीन्द्र मिश्र, जो बेगम अख्तर पर आधारित चर्चित पुस्तक "अख्तरी: सोज़ और साज का अफसाना" के लेखक हैं, इस संध्या में बेगम अख्तर के जीवन से जुड़े दुर्लभ प्रसंग, संस्मरण और कलात्मक पड़ाव साझा करेंगे।
इसके अलावा प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका मालिनी अवस्थी और उनके संगीत सहयोगी बेगम अख्तर की प्रसिद्ध और लोकप्रिय ठुमरियां और ग़ज़लें प्रस्तुत करेंगे, जो उन्हें अमर बनाती हैं।
यतीन्द्र मिश्र ने इस अवसर पर कहा, "बेगम अख्तर की आवाज सिर्फ गायन नहीं थी, वह हिंदुस्तानी संगीत परंपरा की आत्मा थी — वह शालीनता, संवेदना और प्रतिरोध की अनूठी ध्वनि थी, जो हर सुर में गूंजती है।"
यह संगीतमय श्रद्धांजलि न सिर्फ बेगम अख्तर के संगीत को पुनः जीवित करेगी, बल्कि श्रोताओं को उनकी आत्मा से जोड़ेगी।