अमेरिकाः मुस्लिम यात्रियों ने अरबी टैक्स्ट मैसेज किया, तो फ्लाइट में नहीं चढ़ने दिया

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 12-08-2022
अमेरिकाः मुस्लिम यात्रियों ने अरबी टैक्स्ट मैसेज किया, तो फ्लाइट में नहीं चढ़ने दिया
अमेरिकाः मुस्लिम यात्रियों ने अरबी टैक्स्ट मैसेज किया, तो फ्लाइट में नहीं चढ़ने दिया

 

दो मुस्लिम पुरुष अलास्का एयरलाइंस पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए मुकदमा किया है. उनका कहना है कि कर्मचारियों ने उन्हें ‘अरबी में बात करने और टेक्स्टिंग’ के लिए एक फ्लाइट से हटा दिया. दो अगस्त को दायर एक मुकदमे में इस सप्ताह सार्वजनिक किया गया, अबूबकर दीरार और मोहम्मद एलामिन ने दावा किया कि यह घटना 17 फरवरी 2020 को सिएटल से सैन फ्रांसिस्को के लिए अलास्का की उड़ान में सवार होने के बाद हुई थी.

जब वे प्रस्थान की प्रतीक्षा कर रहे थे, उन्होंने अरबी में एक-दूसरे से छोटी-छोटी बातें कीं. मुकदमे के मुताबिक, दीरार ने अपने दोस्त को अरबी में कुछ मैसेज भी किया और इमोजी का इस्तेमाल किया. मुकदमा कहता है कि ‘सुरक्षा थियेटर का एक अनुचित और अनावश्यक प्रदर्शन’ था, जिसमें कथित तौर पर दो लोगों को अपमानित करना, उन्हें कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ घेरना और पहले से ही पुष्टि करने के बाद उन्हें अतिरिक्त ‘अनावश्यक’ सुरक्षा उपायों के अधीन करना शामिल था. पाठ संदेश सहज थे और कोई खतरा नहीं था.

पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, टेक्स्ट चेन के 2018 के हिस्से में ‘911’ नंबर शामिल था. पुरुषों के वकील ने कहा कि यह दीरार के दोस्त का मजाक था. पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है कि रॉकेट इमोजी, जिसे दिरार ने हटा दिया था, का उद्देश्य एक तस्वीर को सकारात्मक रूप से ‘बम’ के रूप में वर्णित करना था.

दीरार और एलामिन को वर्दीधारी कानून प्रवर्तन के साथ विमान से तुरंत उतार दिया गया था, यह कहते हुए कि जोड़ी के पास ‘टिकट मुद्दे’ थे. शिकायत के अनुसार, अलास्का एयरलाइंस के कर्मियों ने एक प्रतिक्रिया अधिकारी को सूचित किया कि घटना ‘यात्रियों के बीच गलतफहमी’ थी, कि ‘सब कुछ ठीक था’, कि ‘किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं था’, और ‘पुलिस की अब आवश्यकता नहीं थी’.

मुकदमे के अनुसार, ‘‘जब तक वादी अंततः अपने गंतव्य तक पहुँचे, तब तक वे अपनी यात्रा का आनंद लेने के लिए प्रतिवादी के कार्यों से बहुत अपमानित और आहत थे. उनका आघात यह जानकर और बढ़ गया था कि इस तरह के सार्वजनिक दुर्व्यवहार से इस्लामोफोबिक, नस्लवादी और जेनोफोबिक मान्यताओं को बल मिलेगा, जिन्होंने दशकों से संयुक्त राज्य में मुस्लिम समुदाय को त्रस्त किया है.’’

एक बयान में, अलास्का एयरलाइंस ने कहा कि वह ‘भेदभाव को सख्ती से प्रतिबंधित करती है’ और ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लिया है. बयान में कहा गया है, ‘‘हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना है कि हमारे उड़ान संचालन हर दिन सुरक्षित रहें और इसमें किसी भी यात्री सुरक्षा रिपोर्ट की जांच पर संघीय नियमों का पालन करना शामिल है. चूंकि यह मामला लंबित है, इसलिए हम इस समय कोई और टिप्पणी या विवरण साझा करने में असमर्थ हैं.’’