यरुशलम | नई दिल्ली
उत्तरी इज़राइल में शुक्रवार को एक हिंसक हमले ने इलाके को दहला दिया। एक फिलिस्तीनी युवक ने पहले कार से लोगों को कुचलने की कोशिश की और फिर चाकू से हमला कर दो लोगों की हत्या कर दी, जबकि दो अन्य घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद इज़राइली सेना ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में हमलावर के गृह नगर में व्यापक सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी।
हमला सबसे पहले उत्तरी शहर बेत शेन में हुआ, जहां आरोपी ने अपनी कार से एक व्यक्ति को टक्कर मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई और एक किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद हमलावर हाईवे के जरिए अफूला की ओर भागा, जहां उसने एक युवा महिला पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी और एक अन्य व्यक्ति को घायल कर दिया। सुरक्षा बलों ने अफूला में हमलावर को गोली मारकर घायल किया, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत को लेकर तत्काल कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई।
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मृतकों की पहचान 68 वर्षीय शिमशोन मोर्देखाई और किशोर अवीव माओर के रूप में की। घटनास्थल पर पहुंची आपातकालीन सेवाओं ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इज़राइली राष्ट्रपति इसाक हर्ज़ोग ने इस घटना को “भयावह हत्या की श्रृंखला” बताते हुए कहा कि सरकार सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा और मजबूत करेगी।
हमले के कुछ ही घंटों बाद इज़राइली सेना ने वेस्ट बैंक के कबातिया कस्बे में अभियान शुरू किया, जहां से हमलावर के होने की पुष्टि की गई। रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने बताया कि सैनिकों को “आतंकी ढांचे” के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सेना ने हमलावर के घर की तलाशी ली और उसे ध्वस्त करने की तैयारी शुरू कर दी। इलाके की कई सड़कें बंद कर दी गईं और स्थानीय निवासियों ने संभावित लंबे ऑपरेशन को देखते हुए जरूरी सामान जमा कर लिया।
इज़राइल में यह आम चलन है कि किसी हमले के बाद आरोपी के गांव या परिवार के घर पर कार्रवाई की जाती है। इज़राइल का कहना है कि इससे भविष्य के हमलों को रोका जा सकता है, जबकि मानवाधिकार संगठन इसे सामूहिक दंड करार देते हैं।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब इज़राइल-हमास युद्ध के चलते इज़राइल और वेस्ट बैंक में हिंसा की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। अक्टूबर 2023 के बाद से क्षेत्र में तनाव चरम पर है और आम नागरिक एक बार फिर इसकी भारी कीमत चुका रहे हैं।