नई दिल्ली
इटली में प्रवासी समुदाय से जुड़ा एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा ही दो अन्य बांग्लादेशी प्रवासियों का अपहरण कर उन्हें अमानवीय यातनाएं दी गईं और उनके परिवारों से भारी फिरौती वसूली गई। यह घटना इटली के सिसिली प्रांत के विटोरिया शहर से जुड़ी है।
स्थानीय पुलिस के अनुसार, चार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान इस अपराध में की गई है, जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक आरोपी अब भी फरार है। यह कार्रवाई कटानिया स्थित लोक अभियोजक कार्यालय के आदेश पर की गई। रागुसा पुलिस मुख्यालय इस पूरे मामले की जांच कर रहा है।
जांच की निगरानी अभियोजक कार्यालय के माफिया-विरोधी निदेशालय (DDA) द्वारा की गई, जिसने इस अपहरण और फिरौती के लिए की गई गंभीर यातनाओं को संगठित अपराध की श्रेणी में रखा है। हालांकि, न्यायिक प्रक्रिया के तहत अंतिम फैसले तक आरोपियों को दोषी नहीं माना जाएगा।
पुलिस जांच के अनुसार, यह वारदात सितंबर 2024 में विटोरिया के एक सुनसान ग्रामीण इलाके में हुई। पीड़ित दो बांग्लादेशी युवक वैध तरीके से, इटली सरकार की प्रसिद्ध ‘डिक्रीटो फ्लुसी’ योजना के तहत रोजगार की उम्मीद में इटली पहुंचे थे। लेकिन नौकरी और अनुबंध पर हस्ताक्षर के बहाने उन्हें मानव तस्करी के जाल में फंसा लिया गया।
इटली पहुंचते ही उन्हें एक ऐसे घर में ले जाया गया, जो जेल जैसी संरचना वाला था। उनके मोबाइल फोन छीन लिए गए, हाथ-पैर बांधकर अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया गया और हथकड़ियों, लोहे की छड़ों तथा धातु के पाइपों से बेरहमी से पीटा गया। अभियोग पत्र में यह भी सामने आया है कि पीड़ितों का गला घोंटकर हत्या की कोशिश तक की गई।
आरोपियों का मुख्य उद्देश्य पीड़ितों के परिवारों को धमकाकर फिरौती वसूलना था। परिवारजनों को फोन पर पीड़ितों की चीखें सुनाई जाती थीं ताकि मानसिक दबाव बनाया जा सके। लगभग 24 घंटे तक चली इस यातना के बाद करीब 20,000 यूरो की फिरौती मिलने पर दोनों युवकों को छोड़ा गया। उन्हें पुलिस में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई।
जांचकर्ताओं का कहना है कि अपराध का तरीका लीबिया में सक्रिय प्रवासी तस्कर गिरोहों की शैली से मेल खाता है, जहां अपहरण और यातना के जरिए फिरौती वसूली जाती है। कटनिया के जांच न्यायाधीश के आदेश पर तीन आरोपियों को जेल भेज दिया गया है, जबकि चौथे की तलाश जारी है। मामला अब भी जांच के अधीन है।