आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली/श्रीनगर
कश्मीर घाटी के निवासियों की वर्षों पुरानी उम्मीद आखिरकार पूरी होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जून को श्रीनगर और कटरा के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इसके साथ ही पहली बार कश्मीर रेल नेटवर्क से औपचारिक रूप से जुड़ जाएगा. यह अवसर न केवल तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि सामाजिक समावेशन और कश्मीर के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम भी माना जा रहा है.
7 जून से शुरू होगी नियमित सेवा
उत्तर रेलवे ने घोषणा की है कि 7 जून से श्रीनगर और माता वैष्णो देवी कटरा के बीच दो जोड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा. ये ट्रेनें सप्ताह में छह दिन — बुधवार को छोड़कर — चलेंगी.किराया 715 और 1515 रूपये रखा गया है
यात्रा होगी तेज़ और सुगम
वंदे भारत एक्सप्रेस श्रीनगर से सुबह 8:00 बजे रवाना होकर बनिहाल में 9:02 पर रुकेगी और 10:58 बजे कटरा पहुंचेगी. वापसी में, कटरा से यह ट्रेन दोपहर 2:55 बजे चलेगी, बनिहाल में 4:40 बजे रुकेगी और 5:53 बजे श्रीनगर पहुंचेगी. ट्रेन की कुल यात्रा लगभग 3 से 4 घंटे में पूरी होगी, जिससे यात्रियों को तेज़, आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा.
दिल्ली से श्रीनगर तक रेल मार्ग संभव
अब कोई यात्री यदि दिल्ली से श्रीनगर जाना चाहे, तो वह दिल्ली से कटरा तक ट्रेन लेकर और फिर कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत से सफर कर सकता है. यह व्यवस्था खासकर उन कश्मीरियों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है जो देश के अन्य हिस्सों में शिक्षा, नौकरी या व्यवसाय के सिलसिले में रहते हैं.
खतरनाक सड़क मार्ग और महंगे हवाई टिकट से मिलेगी राहत
अभी तक कश्मीर घाटी जाने वाले लोगों को या तो महंगे हवाई टिकट खरीदने पड़ते थे या फिर जोखिम भरे सड़क मार्ग से सफर करना होता था, जो अक्सर भूस्खलन और खराब मौसम की वजह से बाधित हो जाता था. अब वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से यह समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी.
स्थानीय लोगों में उत्साह और कृतज्ञता
घाटी में ट्रेन सेवा शुरू होने की खबर से स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह है. श्रीनगर निवासी अब्दुल अज़ीज़ चंदेल ने कहा, “यह हमारे लिए बहुत ही सुविधाजनक कदम है, हम सरकार के आभारी हैं.”एक अन्य निवासी केसर सिंह ने कहा, “पहले यहां उग्रवाद के कारण हालात बहुत खराब थे. अब सब कुछ सुधर गया है और किसी ने नहीं सोचा था कि कभी यहां ट्रेन आएगी.प्रधानमंत्री मोदी ने यह कर दिखाया.”
विकास और रोज़गार की नई उम्मीद
स्थानीय निवासी चौधरी गुलाम हुसैन ने उम्मीद जताई कि यह रेल संपर्क पर्यटन, रोज़गार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा. उन्होंने कहा।“अगर यह इलाका पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख रूप से शामिल किया जाए, तो हमारे युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकते हैं.”
दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल का हिस्सा
यह रेलमार्ग चिनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊँचे रेलवे पुल — चिनाब ब्रिज — से होकर गुजरता है, जो इस प्रोजेक्ट को ऐतिहासिक बनाता है। कटरा-सांगलदान रेल लिंक का पूरा होना भी इस उपलब्धि का अहम हिस्सा है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
प्रधानमंत्री मोदी के उद्घाटन से पहले उधमपुर, कटरा और श्रीनगर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और निगरानी बढ़ा दी गई है.वंदे भारत एक्सप्रेस का श्रीनगर-कटरा मार्ग पर संचालन न केवल जम्मू-कश्मीर की कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा, बल्कि यह प्रधानमंत्री मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को भी साकार करेगा. यह विकास, विश्वास और देश की एकता का प्रतीक बनकर उभर रहा है.