पहलगाम
कश्मीर के शांत माने जाने वाले पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे/. 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं. यह हमला 2019 के पुलवामा आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में अब तक का सबसे घातक हमला माना जा रहा है.
हमला दोपहर करीब 3 बजे पहलगाम शहर से छह किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध बैसरन घास के मैदान में हुआ, जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' भी कहा जाता है. हथियारों से लैस आतंकवादी अचानक भीड़भाड़ वाले इलाके में घुसे और खुलेआम अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी.
उस समय पर्यटक टट्टू की सवारी कर रहे थे, पिकनिक मना रहे थे या आसपास के खाने-पीने के स्टालों के पास मौजूद थे.प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि "चीख-पुकार मच गई, लोग इधर-उधर भागने लगे। कई लोग मौके पर ही गिर पड़े, कुछ को बचाने वाला कोई नहीं था."
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय लोग भी शामिल हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमलावरों की संख्या संभवतः पाँच थी और उन्होंने सुनियोजित ढंग से हमला किया..
इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छाया संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF)' ने ली है. शुरुआती जांच में संदेह जताया गया है कि आतंकवादी किश्तवाड़ से होते हुए कोकरनाग के रास्ते बैसरन तक पहुंचे.
हमले के समय अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस भारत दौरे पर हैं, ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं.हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो फिलहाल सऊदी अरब की यात्रा पर हैं, को गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति की जानकारी दी. शाह ने तुरंत एक आपातकालीन सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई और स्वयं श्रीनगर के लिए रवाना हो गए.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,"मैं पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. घायल लोगों की शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. सरकार प्रभावितों को हरसंभव सहायता दे रही है। जो भी इस हमले के पीछे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. आतंकवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई और अधिक दृढ़ होगी."
गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटना पर प्रतिक्रिया दी और कहा:"मैं इस अमानवीय कृत्य से व्यथित हूं.जो लोग इस हमले में शामिल हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। आतंकवाद के खिलाफ हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट और कठोर है.."
शाह के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और अन्य शीर्ष अधिकारी भी श्रीनगर पहुंचे हैं.
हमले के समय वहां मौजूद एक महिला पर्यटक ने बताया,“मेरे पति के सिर में गोली लगी है, और हमारे साथ के सात अन्य लोग भी घायल हैं. यह एक खौफनाक दृश्य था.”
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले को “हाल के वर्षों में नागरिकों पर सबसे बड़ा हमला” बताया और कहा कि मृतकों की सही संख्या का आकलन जारी है..
सरकारी एजेंसियों ने घटनास्थल को घेर लिया है और इलाके में सर्च ऑपरेशन चल रहा है. जम्मू-कश्मीर में बढ़ते पर्यटक ट्रैफिक के बीच हुआ यह हमला सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े कर रहा है.
यह हमला न सिर्फ इंसानियत पर हमला है, बल्कि पर्यटन के ज़रिए शांति की ओर बढ़ते कश्मीर की छवि को भी आघात पहुँचा रहा है.