मॉस्को में एनएसए अजीत डोभाल ने कहा, अफगानिस्तान कट्टरता और आतंकवाद का क्षेत्र न बने

Story by  मंजीत ठाकुर | Published by  [email protected] | Date 10-02-2023
एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव  (File)
एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव (File)

 

मंजीत ठाकुर/ नई दिल्ली

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने जोर दिया है कि अफगानिस्तान को क्षेत्रीय या विश्व स्तर पर कट्टरता और आतंकवाद का स्रोत नहीं बनने देना चाहिए. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के तहत नामित आतंकी संगठनों सहित सभी आतंकी संगठनों से निपटने के लिए खुफिया और सुरक्षा सहयोग को तेज किया जाना चाहिए. एनएसए अजीत डोभाल कहा कि अफगान लोगों की भलाई और मानवीय ज़रूरतें भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

यह बातें एनएसए डोभाल ने अपने मॉस्को दौरे के दौरान कही. वह 7 से 9 फरवरी तक मॉस्को के दौरे पर थे.

उन्होंने 8फरवरी  को अफगानिस्तान पर सुरक्षा परिषदों के सचिवों/राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की 5वीं बहुपक्षीय बैठक में भाग लिया. इस बैठक में रूस के अलावा, भारत, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान समेत चीन, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान ने भी हिस्सा लिया. इस बैठक में अफगानिस्तान के सामने सुरक्षा और मानवीय चुनौतियों पर भी चर्चा हुई.

अपने रूस के दौरे पर एनएसए अजीत डोभाल ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. दोनों देशों के बीच भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को लागू करने की दिशा में काम जारी रखने पर सहमति हुई.

बाद में, 9 फरवरी को एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय विकास सहित अनेक मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने रूसी संघ के उप प्रधानमंत्री और व्यापार और उद्योग मंत्री, डेनिस मंटुरोव से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय रक्षा और आर्थिक सहयोग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की.