Even before Ahmedabad, many flights have taken lives, these accidents had caused havoc
अर्सला खान/नई दिल्ली
Biggest Plane Crash in Indian History: जहां आसमान सपनों का रास्ता बनना चाहिए था, वहां फिर मातम पसरा. अहमदाबाद हादसा उस इतिहास की अगली पंक्ति बन गया, जिसे हम भूलना चाहते हैं लेकिन भूल नहीं सकते. आइए एक बार पलटते हैं इतिहास के उन दर्द भरे पन्नों को.
गुजरात के अहमदाबाद में एक बड़ा विमान हादसा सामने आया है. टेकऑफ के दौरान प्लेन क्रैश हो गया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. हादसे के बाद कई किलोमीटर दूर तक काले धुएं का गुबार देखा गया. राहत और बचाव कार्य जारी है और फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच चुकी हैं. यह हादसा भारत में पहले हुए कई बड़े हवाई दुर्घटनाओं की याद दिलाता है, जिन्होंने न सिर्फ सैकड़ों जिंदगियां लीं बल्कि वायु सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े किए. आइए आपको बताते हैं भारतीय इतिहास में हुए वो प्लेन क्रैश जिन्होंने उजाडे़ कई घर. साथ ही आइये जानते हैं हादसे की एक नई कहानी, जब आसमान बना मातम का गवाह...
चर्खी दादरी मिड-एयर टकराव (12 नवंबर 1996)
दिल्ली के पास चर्खी दादरी में सऊदी एयरलाइंस और कजाखस्तान एयरलाइंस के दो विमानों की हवा में टक्कर हो गई थी. इस हादसे में 349 लोगों की मौत हुई थी, जो आज भी भारत की सबसे बड़ी विमान दुर्घटना मानी जाती है. दुर्घटना की वजह कजाख क्रू द्वारा गलत ऊंचाई बनाए रखना और एयर ट्रैफिक कंट्रोल निर्देशों की गलत समझ थी.
इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 113 (19 अक्टूबर 1988)
मुंबई से अहमदाबाद आ रही यह फ्लाइट लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गई थी. इसमें 135 में से 133 लोगों की मौत हो गई थी. यह इंडियन एयरलाइंस के इतिहास की सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में से एक है.
एयर इंडिया एक्सप्रेस 812 (22 मई 2010)
दुबई से मैंगलोर आ रही फ्लाइट लैंडिंग के समय रनवे से फिसलकर घाटी में जा गिरी थी. इस हादसे में 158 लोगों की मौत हो गई थी. जांच में सामने आया कि पायलट ने चेतावनी के बावजूद लैंडिंग जारी रखी.
एयर इंडिया एक्सप्रेस 1344 (7 अगस्त 2020)
कोविड-19 के दौरान वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से कोझिकोड आ रही फ्लाइट लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसलकर 35 फीट गहरी ढलान पर जा गिरी थी. हादसे में 21 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 110 लोग घायल हुए थे.
एलायंस एयर फ्लाइट 7412 (17 जुलाई 2000)
कोलकाता से दिल्ली जा रही इस फ्लाइट का पटना में स्टॉपओवर था, लेकिन लैंडिंग से पहले विमान रिहायशी इलाके में गिर पड़ा. हादसे में 60 लोगों की मौत हुई, जिनमें कुछ लोग जमीन पर भी शामिल थे. दुर्घटना का कारण पायलट की तकनीकी गलती मानी गई.
अहमदाबाद हादसा ने फिर उठाए सवाल
हालिया हादसा देश को एक बार फिर ये सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हमने पिछले हादसों से कुछ सीखा है. सुरक्षा मानकों, पायलट ट्रेनिंग और एयर ट्रैफिक कंट्रोल जैसे मामलों में पारदर्शिता और सतर्कता अब और भी जरूरी हो गई है.