मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
आखिरकार आज वो घड़ी आ ही गई जब एक घटना के बाद भारत तमाम बड़े देशों की कतार में आ खड़ा होगा. यह घटना है चंद्रयान 3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग. यानी बिना किसी रूकावट के चंद्रयान 3 चंद्रमा पर उतरेगा.
भारत ही नहीं दुनिया के लिए यह ऐतिहासिक पल है. पूरी दुनिया की इसपर नजरें लगी हुई हैं. सवाल यह है कि इस ऐतिहासिक क्षण का कोई व्यक्ति कैसे गवाह बन सकता है. तो आइए, आपकी यह दुविधा हम दूर कर देते हैं. ऐसे कई प्लेटफार्म हैं, जिनसे चंद्रयान 3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण होगा. आज 23 अगस्त को शाम में चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग होने जा रही है.
कब देख सकते हैं ?
इसरो ने 20 अगस्त को अपने आधिकारिक एक्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से यह साझा किया था कि चंद्रयान 3 विक्रम लैंडर के हिसाब से बुधवार 23 अगस्त को शाम 6ः04 बजे चंद्रमा पर उतरेगा.इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का लाइव कवरेज 23 अगस्त की शाम 5ः27 बजे विभिन्न प्लेटफार्म पर शुरू होगा.एक्सपर्ट कमेंटेटर होंगे सुनीता विलियम्स, राकेश शर्मा .
कहां देखा जा सकता है ?
दर्शक इसरो वेबसाइट, इसरो के यूट्यूब चैनल, इसरो के फेसबुक पेज और डीडी नेशनल टीवी चैनल के साथ नेशनल ज्योग्राफिक टीवी चैनल सहित विभिन्न प्लेटफार्मों पर सॉफ्ट लैंडिंग को लाइव देख सकते हैं. डिज्नी हॉटस्टार प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था है. इसका
सीधा प्रसारण नेशनल ज्योग्राफिक चैनल और डिज्नी हॉटस्टार दोनों प्लेटफार्मों किया जाएगा. इनपर शाम 4 बजे से ही प्रसारण की व्यवस्था है. यह प्रसारण विक्रम के प्रत्याशित अवतरण से पहले होगा. 5ः45 अपराह्न बजे इस शो की मेजबानी गौरव कपूर करेंगे. प्रसारण के दौरान विशेष टिप्पणी के लिए कतिपय प्रमुख अंतरिक्ष विशेषज्ञ भी कपूर के साथ होंगे.
क्या लाइव शो में बड़ी हस्तियां भी होंगी ?
ग्राफिक्स से सुसज्जित लाइव शो में भारत के लिए मिशन के महत्व और अंतरिक्ष अन्वेषण के भविष्य के बारे में अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, राकेश शर्मा और इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों भी शामिल होंगी और वे इसपर विशेष अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे.
इसके अलावा डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम सेंटर के सीईओ और सह-संस्थापक सृजन पाल सिंह, केंद्रीय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के पूर्व कमांडर क्रिस हेडफील्ड और नासा के वोयाजर इंटरस्टेलर मैसेज के क्रिएटिव डायरेक्टर और एमी विजेता लेखक एन ड्रूयन भी विशेष टिप्पणी के लिए मौजूद रहंेगे.
इसरो में स्कूली छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था
इसरो ने देश भर के सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों और शिक्षकों के बीच इस कार्यक्रम को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने और अपने परिसरों में चंद्रयान -3 की सॉफ्ट लैंडिंग की लाइव स्ट्रीमिंग की भी व्यवस्था की है. बता दें कि चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के सिरहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष देश से लॉन्च किया गया थाचंद्रयान-3 मिशन चंद्रमा की समझ बढ़ाने के लिए डेटा इकट्ठा करेगा.
माइक गोल्ड कौन हैं, क्यों की पीएम मोदी की तारीफ ?
नासा के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी ने भारत-अमेरिका की अंतरिक्ष साझेदारी का वर्णन करते हुए कहा है दोनों देश एक दिशा मंे बढ़ रहे हैं.रेडवायर स्पेस के मुख्य विकास अधिकारी माइक गोल्ड ने एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि चंद्रयान 3 डेटा संसाधनों के उपयोग की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा जिसके परिणामस्वरूप चंद्र सतह पर बस्तियां स्थापित की जा सकेंगी.
माइक गोल्ड, अंतरिक्ष बिरादरी का एक जाना-माना नाम है. उन्हें आर्टेमिस रिकॉर्ड का वास्तुकार भी माना जाता है. वह नासा में अंतरिक्ष नीति और साझेदारी के पूर्व सहयोगी प्रशासक रहे हैं. उन्होंने कहा,यह (चंद्रयान -3) मिशन चंद्रमा के बारे में हमारी समझ, संसाधनों का उपयोग करने की हमारी क्षमता और अंततः हम चंद्रमा पर बस्तियां कहां स्थापित कर सकेंगे , यह जानने में मदद करने के लिए अमूल्य डेटा एकत्र करेगा.
चाहे मिशन लैंडिंग में सफल हो या नहीं, मेरी राय में, मिशन अपने आप में एक समग्र सफलता है.माइक गोल्ड ने कहा कि मिशन सहयोग को चंद्रमा तक आगे बढ़ाएगा. अभी नासा और इसरो के साथ हमारा अधिकांश सहयोग पृथ्वी पर केंद्रित है, जो बहुत बढ़िया है.गोल्ड ने आगे कहा कि भारत निश्चित रूप से सरकारी नीति के नजरिए से अग्रणी रहा है.
उन्होंने साहसिक दृष्टिकोण और कार्यक्रमों को बेहद किफायती तरीके से लागू करने और अपनी अविश्वसनीय मानव पूंजी का सफलतापूर्वक लाभ उठाने में भारत की स्पष्टता के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की.
गोल्ड ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के पास अद्भुत मात्रा में मानव पूंजी, विनिर्माण क्षमता है, जिसे वाणिज्यिक स्थान पर लागू करने पर यह न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे वाणिज्यिक अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए परिवर्तनकारी हो सकता है.रेड-वायर कॉर्पोरेशन एक अमेरिकी एयरोस्पेस निर्माता और अंतरिक्ष अवसंरचना प्रौद्योगिकी कंपनी है.
चंद्रयान-3 मिशन पर कंपनी के मुख्य विकास अधिकारी ने कहा, “हम एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं. चंद्रमा की खोज का आर्टेमिस युग जहां हम सिर्फ एक बार नहीं, सिर्फ दो बार नहीं बल्कि चंद्रमा पर स्थायी उपस्थिति स्थापित करने जा रहे हैं.”
इनपुट: एएनआई