मोहम्मद अकरम/ नई दिल्ली
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि सियासत ने पूरी धार्मिक अवधारणाओं को बदल दिया है. उनको सर के बल उल्टा कर दिया गया है और यह सिलसिला आज भी जारी है.आरिफ मोहम्मद खान दिल्ली के जामिया हमदर्द में व्यवसाय और रोजगार ब्यूरो के 50साल पूरा होने पर आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि कुरान सहीफा का नाम है और धर्म ग्रंथ है.
उन्होंने जामिया हमदर्द के संथापक हकीम अब्दुल हमीद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि उसी वक्त होगी, जब हम उनकी विरासत को न सिर्फ संभालेंगे, उसे आगे भी बढ़ाएं.आरिफ मोहम्मद खान ने स्वामी विवेकानंद के हवाले से कहा कि हिन्दुस्तान की दो कौमी आदर्श हैं. एक कुर्बानी और दूसरा सेवा . जब इस पैमाने पर हकीम साहब को देखता हूं तो ऐसा लगता हैं कि उनमें सभी तरह के गुण मौजूद थे.
सम्मान देने वाले की होती है लेने वाले की नहीं
उन्होंने कहा कि हर किसी की ख्वाहिश होती है इज्जत और कामयाबी. मगर दिल में ख्वाहिश कामयाबी और हाथ फैलाए हुए खड़ा रहना, ये दोनों एक दूसरे के उल्टा है. सम्मान होता है देने वाले का, मांगने वाले का नहीं .
इस मौके पर जामिया हमदर्द के कुलपति प्रो. डॉ. अफसर आलम ने कहा कि जामिया हमदर्द और बीईबी समाज की भलाई के लिए मिलकर काम काम कर रहा है.इससे पहले कार्यक्रम का आगाज राष्ट्रगान और कुरान पाठ से किया गया. देर तक कव्वाली की भी कार्यक्रम चला.
कव्वाली पर झूमे छात्र
इस मौके पर देर शाम कव्वाली आयोजित की गई जिसका उद्घाटन जामिया हमदर्द के कुलपति मोहम्मद अफशर आलम ने किया. प्रोग्राम में दिल्ली के मशहूर कव्वाल निजामी ब्रदर्स ने अपनी पेशकश से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. इस दौरान छात्रों की फरमाइश पर गजल और गीत भी पेश किए गए.यह सिलसिला देर रात तक चला.
1972 में बीईबी की स्थापना
मालूम हो कि जामिया हमदर्द के व्यापार और रोजगार ब्यूरो (बी ई बी) की स्थापना 1972 में हकीम अब्दुल हमीद ने रखी थी. जो लंबे समय से लगातार अच्छा काम कर रहा है . ये संस्था युवाओं को शिक्षा के साथ प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर दिलाता है.