आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है. देखिए कैसे भारत कर रहा लड़ाकू विमानों से दुश्मन का सामना. जब भी फाइटर जेट के ज़रिए एयर स्ट्राइक होती है तो मिशन में फाइटर जेट अकेला नहीं जाता बल्कि एक पूरी टीम होती है. जिसे स्ट्राइक पैकेज कहते हैं. किसी भी स्ट्राइक पैकेज में अलग अलग तरह के एयरक्राफ्ट होते हैं, जो एक साथ मिलकर मिशन की सफलता सुनिश्चित करते हैं.
ये सब होता है एक स्ट्राइक पैकेज में
*प्राइमरी स्ट्राइक एयरक्राफ्ट: ये एयरक्राफ्ट स्ट्राइक पैकेज का मेन हिस्सा होता है और टारगेट पर बमबारी या मिसाइल हमले की जिम्मेदारी इनकी होती है. रफाल, Su-30 MKI, जगुआर, मिराज-2000जैसे फाइटर जेट ये रोल बखूबी निभाते है.
*एयर डिफेंस एयरक्राफ्टः ये जेट स्ट्राइक पैकेज के डिफेंस के लिए तैनात होते हैं और दुश्मन के फाइटर जेट को रोकने का काम इनका होता है. ये भी दो तरह के होते हैं. फ्री और टाइट एस्कॉर्ट.
*एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AEW&C): ये एयरस्पेस और दुश्मन की हरकतों की निगरानी रखते हैं साथ ही स्ट्राइक पैकेज को रियल टाइम जानकारी देते हैं और उसी हिसाब से स्ट्राइक पैकेज को निर्देश देते हैं. इंडियन एयरफोर्स के पास नेत्र AEW&C है.
*टोही ड्रोन: निगरानी (Reconnaissance) के लिए ड्रोन भी स्ट्राइक पैकेज में शामिल होते हैं. हेरोन या सर्चर जैसे ड्रोन टारगेट की पहचान करते है.
*री-फ्यूलर (हवाई ईधन भरने वाले एयरक्राफ्ट): लबी दूरी के मिशन के लिए हवा में ईंधन भरना जरूरी होता है. इसलिए कई बार स्ट्राइक पैकेज में रीफ्यूलर भी साथ होता है. इंडियन एयरफोर्स के पास फ्लाइट रीफ्यूलर एयरक्राफ्ट है, लेकिन पाकिस्तान की एयरफोर्स के पास नहीं हैं.
स्ट्राइक पैकेज में कौन कहां रहता है
स्ट्राइक पैकेज में सबसे आगे आमतौर पर फ्री एस्कॉर्ट जेट चलते है, ताकि दुश्मन के रडार और फाइटर जेट को नष्ट कर स्ट्राइकर एयरक्राफ्ट के लिए रास्ता साफ हो. उनके पीछे टाइट एस्कॉर्ट और फिर स्ट्राइकर एयरक्राप्ट होते हैं. AEW&C और टैंकर एयरक्राफ्ट पीछे या सुरक्षित दूरी पर रहते हैं, ताकि कॉर्डिनेट कर सके.
फ्री एस्कॉर्ट
जो स्ट्राइकर एयरक्राफ्ट के लिए सुरक्षित रास्ता बनाते हैं और दुश्मन के फाइटर जेट को उलझाते हैं ताकि स्ट्राइकर का रास्ता साफ हो. ये हवा से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइल से लेस होते हैं. ये दुश्मन के रडार को भी नष्ट करते है ताकि वह स्ट्राइकर एयरक्राफ्ट का पता न लगा पाए. रफाल, सुखोई ये कर सकते हैं.
टाइट एस्कॉर्ट
ये एयरक्राफ्ट स्ट्राइकर के करीब रहकर उनकी सुरक्षा करते हैं. खासकर तब जब स्ट्राइकर हैवी वेपन की वजह से कम फुर्तीले होते है. तेजस और मिग-29इस रोल के लिए एकदम मुफीद है.
तेजस
लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस स्वदेशी फाइटर जेट है. ये सुपरसोनिक फाइटर जेट की कैटेगरी में सबसे छोटा और हल्का विमान है. तेजस में 9हार्ड प्वाइंट्स है, इन पॉइंट्स पर हथियार कैरी किए जा सकते हैं. तेजस से ब्रह्मोस मिसाइल भी दाग सकते हैं.
मिग-21बाइसन
इसका इस्तेमाल इंटरसेप्टर के तौर पर किया जाता है. ये रूसी जेट है. इसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जो बेहद घातक है.
सुखोई
सुखोई-30भी एक मल्टिरोल फाइटर जेट है. इसमें 12हार्ड पॉइंट्स है, यानी इतने हथियार कैरी कर सकता है. इससे सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस को भी लॉन्च किया जा सकता है. ये एक साथ हवा से हवा में मार करने वाले और हवा से जमीन पर मार करने वाले वेपन कैरी कर सकता है.
रफाल
ये फ्रांस की दसो कंपनी ने बनाया है. ये 4.5जनरेशन का एयरक्राफ्ट है. रफाल मल्टिरोल फाइटर है. ये लेह जैसे हाईएल्टीट्यूट इलाके से भी अपनी पूरी क्षमता के साथ उड़ान भर सकता है. है. ये हवा से हवा में मार करने वाले और हवा से जमीन पर मार करने वाले वेपन कैरी कर सकता है. मेटियॉर, स्कैल्प और हैमर जैसे लंबी दूरी तक मार करने वाले वेपन कैरी कर सकता है.
मिग-29
मिग-29 एक मल्टिरोल फाइटर जेट है. इसमें हथियार ले जाने - के लिए कुल 7हार्डपॉइंट्स हैं. मिग-29ने अपनी काबिलियत को करगिल युद्ध के दौरान भी साबित किया था.
मिराज-2000
इसे फ्रांस की दसो एविएशन कंपनी ने बनाया है. इसी कंपनी ने रफाल फाइटर जेट भी बनाए हैं. करगिल युद्ध में मिराज-2000ने भी अहम भूमिका निभाई थी. ये मल्टिरोल फाइटर जेट है. अपग्रेड के बाद ये और ज्यादा घातक हो गया है.
जगुआर
इस फाइटर जेट को बनाने के लिए ब्रिटेन और फ्रांस ने साझेदारी की थी. इसके हाई विंग लोडिंग डिजाइन की वजह से यह कम ऊंचाई पर स्थिर उड़ान भर सकता है. ये हैवी कैलिबर बम ड्रॉप कर सकता है. प्रिसिसन से लेकर नॉर्मल वेपन तक कैरी कर सकता है.
बालाकोट में मिराज का कमाल
इंडियन एयरफोर्स ने 26 फरवरी 2019 को बालाकोट में आतंकी ठिकाने पर एयरस्ट्राइक की थी. पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ यह स्ट्राइक की गई थी.
जहां स्ट्राइक की, वह आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का ट्रेनिंग कैप था. पाकिस्तान के खैबर पख्तून इलाके में एयरफोर्स ने सटीक एयर स्ट्राइक की.
एयरफोर्स ने इस ऑपरेशन में मिराज-2000 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया था. इस ऑपरेशन में 12 मिराज-2000जेट्स ने हिस्सा लिया.
मिराज ने आतंकी ठिकानों पर स्पाइस-2000 गाइडेड बमों से अटैक किया. साथ ही Su-30 MKI और जगुवार फाइटर जेट्स ने एयर डिफेंस का रोल निभाया. फाल्कन AWACS और आईएल-78 मिड एयर रिफ्यूलर भी इस ऑपरेशन में शामिल था.