दिल्ली-गाज़ीपुर बॉर्डर : बिलाल अंसारी की अगुवाई में कावड़ यात्रियों के लिए अमन कमेटी की अनूठी पहल

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 03-08-2024
Aman Committee's service work for Kawadias at Delhi-Ghazipur border
Aman Committee's service work for Kawadias at Delhi-Ghazipur border

 

इमरान खान /नई दिल्ली

दिल्ली-गाज़ीपुर बॉर्डर पर मोहम्मद बिलाल अंसारी की अमन कमेटी ने कावड़ यात्रियों के लिए सोने, खाने और नाश्ते का इंतजाम किया है. "आवाज़ द वाॅयस" से बात करते हुए बिलाल अंसारी ने कहा, "यह कार्य मेरे मरहूम पिता  सगीर अंसारी ने लगभग 20 साल पहले शुरू किया था, जिसे मैं आगे बढ़ा रहा हूँ."

देश में सावन का महीना अंतिम पड़ाव पर है . इस समय हिंदू धर्म को मानने वाले लोग कावड़ यात्रा पर जाते हैं, जिसमें वे गंगाजल लाते हैं. उसे इलाके के शिव मंदिर पर चढ़ाया जाता है.अधिकतर कावड़िये हरिद्वार से गंगाजल भरते हैं.

 गंगाजल भरने के बाद उन्हें एक निश्चित समय के भीतर इसे अपने घर के पास के मंदिर में रखना होता है. पैदल कावड़ सबसे कठिन मानी जाती है.अमन कमेटी ने दिल्ली में एक पंडाल बनाया है, जहां कावड़ियों के आराम के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं.


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अमन कमेटी का सेवाकार्य

लगभग 20 साल पहले मरहूम सगीर अंसारी ने इस कमेटी का गठन किया था, जिसे उनके बेटे बिलाल अंसारी आगे बढ़ा रहे हैं. कमेटी में 50 सदस्य हैं, जो विभिन्न धर्म और जातियों से ताल्लुक रखते हैं.

कमेटी के सदस्य हर साल कावड़ यात्रा के दौरान अपनी ओर से चंदा देते हैं. कावड़ियों के रहने और खाने का इंतजाम करते हैं. पंडाल में फोन चार्जिंग, पंखा, कूलर और बिस्तर की व्यवस्था भी की गई है.

सुरक्षा के मामले में, कमेटी दिल्ली पुलिस के गाज़ीपुर थाने के साथ मिलकर कावड़ियों को सुरक्षा प्रदान कर रही है. दिल्ली पुलिस ने भी कमेटी के काम की सराहना करते हुए उसे तीन बार अवार्ड दिया है.

बिलाल अंसारी कमेटी के अध्यक्ष हैं, जबकि सुनील चौहान उपाध्यक्ष और के. पी. सिंह महासचिव हैं. ये लोग कमेटी का आधिकारिक काम देखते हैं, जबकि अन्य सदस्य विभिन्न कार्यों की देखरेख करते हैं.


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कावड़ यात्रियों का अनुभव

सरिता विहार के रहने वाले युग ने बताया कि उन्हें मुस्लिम समुदाय द्वारा दी गई मदद देखकर खुशी हुई.उन्होंने कहा. "इससे हिंदू-मुस्लिम भाईचारा बढ़ेगा." सुंदर लाल, जो हरिद्वार से जिला पलवल, हरियाणा की ओर कावड़ ले जा रहे थे, ने कहा, "इस शिविर में हमें हर सुविधा मिल रही है. रात को रुकने के लिए पंखा, कूलर, बिजली और आरामदायक बिस्तर हैं. रात को खाना और सुबह नाश्ता मिल रहा है."

फरीदाबाद, हरियाणा के रहने वाले राज ने कहा, "इस बार मुस्लिम भाइयों ने कावड़ियों की बहुत मदद की है. कई जगहों पर मुस्लिम भाई पानी पिला रहे थे और कहीं शरबत बांट रहे थे."दिल्ली में बिलाल अंसारी के द्वारा किए गए इंतजाम देखकर उन्होंने कहा, "यह देखकर लगता है कि अभी भी लोगों के बीच में मोहब्बत बनी हुई है, जो बहुत जरूरी है."