With his first international gold, Sahil Jadhav hopes to represent the country in the World Cup
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
उभरते हुए भारतीय कंपाउंड तीरंदाज साहिल जाधव ने हाल में विश्व विश्वविद्यालय खेलों (डब्ल्यूयूजी) में पदार्पण करते हुए अंतरराष्ट्रीय व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता और अब उन्हें उम्मीद है कि विश्व कप में देश का प्रतिनिधित्व करने का उनका सपना अब साकार हो पाएगा.
महाराष्ट्र के 24 वर्षीय जाधव 2024 और 2025 दोनों में तीरंदाजी विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने से चूक गए थे.
पुणे में 2025 विश्व कप और विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन ट्रायल में वह छठे स्थान पर रहकर कट से चूक गए थे। लेकिन जाधव ने डब्ल्यूयूजी के सेमीफाइनल में दो बार के एशिया कप स्वर्ण पदक विजेता कुशल दलाल को हराया और फिर फाइनल में ब्रिटेन के अजय स्कॉट को हराकर स्वर्ण पदक जीता.
जाधव ने भारतीय खेल प्राधिकरण के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘‘यह मेरे लिए एक अद्भुत पल था.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस जीत ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया है और विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने के मेरे सपने को और मजबूत किया है. पोडियम पर झंडा फहराते देखना एक ऐसा पल है जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा.’’
जाधव ने डब्ल्यूयूजी में टीम रजत पदक भी जीता।2 इकाई थी.