नवी मुंबई
स्मृति मंधाना (109 रन) और प्रतिका रावल (122 रन) की शानदार शतकीय पारियों के दम पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने बारिश से प्रभावित आईसीसी महिला वनडे विश्व कप मुकाबले में गुरुवार को न्यूजीलैंड को डकवर्थ-लुईस पद्धति से 53 रन से पराजित किया। इस जीत के साथ भारत ने सेमीफाइनल में जगह बनाकर टूर्नामेंट की चौथी टीम के रूप में प्रवेश किया। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका पहले ही अंतिम चार में पहुंच चुकी थीं।
पिछले तीन मैचों में हार के बाद हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम के सामने ‘करो या मरो’ की स्थिति थी। डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मंधाना और रावल की रिकॉर्ड साझेदारी की बदौलत 49 ओवर में तीन विकेट पर 340 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 44 ओवर में आठ विकेट पर 271 रन ही बना सकी।
बारिश के कारण मैच में कई बार रुकावट आई। पहले भारतीय पारी के दौरान करीब 90 मिनट खेल बाधित रहा, जिसके बाद मैच को 49-49 ओवर का किया गया। भारत की पारी समाप्त होते ही बारिश ने फिर दस्तक दी, जिससे न्यूजीलैंड की पारी को घटाकर 44 ओवर का कर दिया गया।
न्यूजीलैंड की शुरुआत निराशाजनक रही। दूसरे ही ओवर में सूजी बेट्स (0) क्रांति गौड़ की गेंद पर कैच आउट हो गईं। इसके बाद रेणुका सिंह ने जॉर्जिया प्लिमर (30) और कप्तान सोफी डिवाइन (6) को पवेलियन भेज दिया। टीम का स्कोर तब तीन विकेट पर सिर्फ 59 रन था। एमेलिया केर (45) कुछ देर टिककर खेलीं, लेकिन स्नेह राणा की गेंद पर मंधाना के हाथों कैच देकर लौट गईं।
हालिडे (81) और इसाबेल गेज (65 नाबाद) ने कुछ संघर्ष जरूर किया, लेकिन बड़ा लक्ष्य और लगातार गिरते विकेटों ने न्यूजीलैंड को मैच से बाहर कर दिया। भारतीय गेंदबाजों में रेणुका सिंह और क्रांति गौड़ ने दो-दो विकेट झटके, जबकि स्नेह राणा, दीप्ति शर्मा, रावल और श्री चरणी ने एक-एक विकेट हासिल किया।
बल्लेबाजी में भारत की शुरुआत बेहद शानदार रही। कप्तान हरमनप्रीत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया, और मंधाना व रावल ने इसे पूरी तरह सही साबित किया। दोनों ने पहले विकेट के लिए रिकॉर्ड 212 रन की साझेदारी की — जो न केवल इस विश्व कप की सबसे बड़ी साझेदारी है, बल्कि भारत की विश्व कप इतिहास में भी किसी भी विकेट के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
मंधाना ने 95 गेंदों में 10 चौके और चार छक्कों की मदद से 109 रन बनाए। यह उनका तीसरा विश्व कप शतक और इस कैलेंडर वर्ष का पाँचवां शतक था। वे अब ऑस्ट्रेलिया की महान बल्लेबाज मेग लैनिंग के सर्वाधिक वनडे शतकों (15) के रिकॉर्ड के करीब पहुँच चुकी हैं।
रावल ने अपने पहले विश्व कप शतक में 134 गेंदों पर 13 चौके और दो छक्के जड़े। उन्होंने मंधाना के साथ 212 रन की साझेदारी के बाद जेमिमा रोड्रिग्स के साथ दूसरे विकेट के लिए 76 रन जोड़े। यह उनकी कुल दूसरी शतकीय पारी रही।
रोड्रिग्स को इस मैच में टीम में दोबारा शामिल किया गया और उन्होंने अपने चयन को सही साबित करते हुए मात्र 39 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने 55 गेंदों में 11 चौकों की मदद से नाबाद 76 रन बनाए और भारत के स्कोर को 340 के पार पहुँचाया।
न्यूजीलैंड की गेंदबाज शुरुआत में कसी हुई लय में दिखीं, लेकिन जल्द ही मंधाना और रावल की जोड़ी ने रन बरसाने शुरू कर दिए। मैदान की गर्मी और उमस के बावजूद दोनों बल्लेबाजों ने न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
भारत की इस प्रभावशाली जीत ने सेमीफाइनल में उसका रास्ता साफ कर दिया है। टीम अब आत्मविश्वास से लबरेज होकर अगले मुकाबले में उतरने के लिए तैयार है। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मैच के बाद कहा — “मंधाना और रावल की साझेदारी ने हमें जीत की मजबूत नींव दी। यह प्रदर्शन टीम इंडिया की एकजुटता और जज़्बे को दर्शाता है।”