आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
भारतीय फुटबॉल को नया नेतृत्व मिल गया है। 2016-17 में आइज़ॉल एफसी को ऐतिहासिक आई-लीग खिताब दिलाने वाले अनुभवी कोच खालिद जमील को भारतीय राष्ट्रीय पुरुष फुटबॉल टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया है. इस महत्वपूर्ण पद पर वे 13 वर्षों बाद नियुक्त होने वाले पहले भारतीय बन गए हैं.
48 वर्षीय जमील वर्तमान में इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम जमशेदपुर एफसी के कोच हैं. अब वे स्पेनिश कोच मनोलो मार्केज़ का स्थान लेंगे, जिन्होंने भारत के हालिया निराशाजनक प्रदर्शन के चलते पद छोड़ा था.
जमील की नियुक्ति अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) की कार्यकारी समिति द्वारा की गई, जिसे एआईएफएफ की तकनीकी समिति — आईएम विजयन की अध्यक्षता में — ने तीन नामों की अनुशंसा भेजी थी.
जमील के साथ इस दौड़ में पूर्व कोच स्टीफन कॉन्स्टेंटाइन और स्लोवाकिया के पूर्व मुख्य कोच स्टीफन टारकोविच भी शामिल थे.मुंबई में जन्मे और एएफसी प्रो-लाइसेंस डिप्लोमा धारक जमील ने अपने कोचिंग करियर में कई अहम सफलताएँ हासिल की हैं. उन्होंने नॉर्थईस्ट यूनाइटेड (2020-21) और जमशेदपुर एफसी (2024-25) को आईएसएल के प्लेऑफ़ में पहुंचाया.
अब उनकी सबसे बड़ी चुनौती होगी भारत की लड़खड़ाती फुटबॉल टीम को पटरी पर लाना। भारत की टीम हाल ही में एएफसी एशियाई कप क्वालीफायर में हांगकांग से 0-1 से हार गई थी, जिससे 2027 एशियाई कप में क्वालीफाई करने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है.
कोच के रूप में उनकी पहली अग्नि परीक्षा 29 अगस्त से ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान में आयोजित सीएएफए नेशंस कप में होगी. इसके बाद भारत 9 और 14 अक्टूबर को सिंगापुर के खिलाफ एशियाई कप क्वालीफाइंग मुकाबले खेलेगा.
खालिद जमील की नियुक्ति भारतीय फुटबॉल में आत्मनिर्भरता और घरेलू प्रतिभा पर विश्वास का संकेत है। प्रशंसकों की उम्मीदें अब उनसे जुड़ गई हैं कि वे टीम को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाएँगे.