गिल के शतक के बाद आउट होने से भारत को लगा झटका, लंच तक 4 विकेट पर 223 रन

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 27-07-2025
India suffered a setback after Gill got out after his century, 223 runs for 4 wickets till lunch
India suffered a setback after Gill got out after his century, 223 runs for 4 wickets till lunch

 

मैनचेस्टर

कप्तान शुभमन गिल (103) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के चौथे टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन रविवार को लंच तक 4 विकेट पर 223 रन बना लिए हैं। हालांकि, पहली पारी में 311 रन से पिछड़ने के चलते भारत अब भी 88 रन पीछे है और मैच बचाने की कोशिश में जुटा है।

लंच के समय क्रीज पर वाशिंगटन सुंदर (21 नाबाद) और रविंद्र जडेजा (0 नाबाद) मौजूद थे।

गिल और लोकेश राहुल (90) के बीच तीसरे विकेट के लिए 188 रन की साझेदारी हुई, जिसने भारतीय पारी को संभालने में अहम भूमिका निभाई। लेकिन कप्तान बेन स्टोक्स, जो कंधे की चोट के बावजूद गेंदबाजी कर रहे थे, ने राहुल को एलबीडब्ल्यू कर यह साझेदारी तोड़ी। इसके कुछ समय बाद जोफ्रा आर्चर ने गिल को विकेटकीपर जैमी स्मिथ के हाथों कैच आउट कर भारत को करारा झटका दिया।

भारत ने दिन की शुरुआत 2 विकेट पर 174 रन से की थी और उसे इंग्लैंड की पहली पारी के बराबरी तक पहुंचने के लिए और 137 रन चाहिए थे। राहुल और गिल ने चौथे दिन की तरह संयमित और सधी हुई बल्लेबाजी की, लेकिन दोनों महत्वपूर्ण समय पर आउट हो गए।

गिल ने शतक लगाने के बाद कुछ असहजता भी दिखाई जब स्टोक्स की एक गेंद उनके उंगली और हेलमेट से टकराई। फिजियो को मैदान पर बुलाना पड़ा और उनका प्राथमिक उपचार किया गया। वहीं स्टोक्स ने दर्द के बावजूद लगातार आठ ओवर गेंदबाजी कर शानदार जुझारूपन दिखाया।

लंच से पहले इंग्लैंड ने 80 ओवर पूरे होने के बाद नई गेंद ली, और आर्चर ने उसका प्रभाव भी दिखाया। गिल को आउट कर उन्होंने इंग्लैंड को बड़ी सफलता दिलाई।

जडेजा को अपनी पारी की पहली ही गेंद पर जीवनदान मिला, जब आर्चर की एक बाउंसर उनके बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में गई, लेकिन जो रूट कैच लपकने में चूक गए।

सुंदर के खिलाफ लियाम डॉसन ने भी कसी हुई गेंदबाजी की, विशेष रूप से रफ का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए, हालांकि उन्हें अब तक कोई विकेट नहीं मिला है।

अब भारत के सामने चुनौती है कि वह बची हुई दो सत्रों में विकेट न गंवाए और किसी तरह मुकाबले को ड्रॉ की ओर ले जाए, खासकर तब जब निचला क्रम उतना मज़बूत नहीं है और विकेटकीपर ऋषभ पंत चोटिल हैं।