Government of India should also recognize disabled cricket: Cricketer Syed Shah Aziz appealed from Jammu and Kashmir
ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
वर्ष 2000 में सावजियन, तहसील मंडी जिला पुंछ, जम्मू और कश्मीर के निवासी सैयद शाह अजीज को शाम में 6 बजते ही घर में कैद कर दिया जाता था क्योंकि बाहर आतंकी मॉड्यूल की गतिविधियां हावी थीं ऐसे में चोरी छुपे अपना बल्ला लेकर वे क्रिकेट खेलते थे जहां से उनकी रुचि इस खेल में ऐसी बढ़ी की आज सैयद निसार हुसैन शाह के बेटे जम्मू कश्मीर में दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन चलाते हैं जिसमें फिलहाल 300 बच्चों को क्रिकेट की ट्रेनिंग दी जा रही है. जोकि भारतीय दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का ही हिस्सा है.
सैयद शाह अजीज जम्मू कश्मीर के वो दिव्यांग क्रिकेटर
सैयद शाह अजीज आवाज द वॉयस को बताया कि दिव्यांग क्रिकेट में मेरा डेब्यू 2019 में हुआ 2015 से 2019 तक स्टेट टूर्नामेंट ही खेला हूं. बोर्ड का नाम दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया है. अभी तक हमारे बोर्ड ने 118 इंटरनेशनल करवा चुका है. टेस्ट मैच जीत कर हमारे बोर्ड ने 100 जीत दर्ज की है (खड़े होकर व्हीलचेयर पर).
सैयद शाह अजीज जम्मू कश्मीर के वो दिव्यांग क्रिकेटर है जो नार्मल क्रिकेटर्स की भाती ही चौकों और छक्कों की बौछार करते हैं. सैयद शाह अजीज लेफ्ट आर्म और लेफ्ट पेर से फिजिकली चैलेंज्ड हैं बावजूद इसके एक रोज़ वे फोन पर रूबरू हुए दिल्ली दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया के हारून राशीद साहब से, जिन्होंने उन्हें जानकारी दी कि किस प्रकार उनके दिव्यांग क्रिकेट गेम को एक नई दिशा मिल सकती है.
इसके बाद सैयद शाह अजीज ने दुबई के शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में अपनी शानदार पारी खेली. वहीं बांग्लादेश के बंगबंधु नेशनल स्टेडियम में भी सैयद शाह अजीज ने सभी को हैरान कर दिया और अपने क्रिकेट के बल्ले को ऐसा घुमाया कि सभी के रोंगटे खड़े हो गए.
सैयद शाह अजीज आवाज द वॉयस को बताया कि इसके बाद डिविजनल लेवल और स्टेट लेवल पर मैचेस खेलने की कड़ी उनकी जिंदगी में शामिल हो गई और इसी बीच उन्होनें 2015 में जम्मू कश्मीर के दिव्यांग क्रिकेटर्स को खुद ट्रेन करना शुरू किया और उन बच्चों का आगे डिविजनल लेवल के मैचेस की टीम बनाने के लिए उनका ट्रायल भी लेते हैं.
सैयद शाह अजीज आवाज द वॉयस को बताया कि अपने सभी नॉर्मल भाई बहनों के बीच जब मैं डिसेबिलिटी के साथ इस दुनिया में आया तो मेरे परिवार वालों को पड़ोसी और रिश्तेदारों ने मुझे किसी और को दे देने के लिए कह दिया लेकिन मेरी मां कनीज़ा बेगम ने ऐसा नहीं किया और एक गवर्नमेंट टीचर होने के नाते जिंदगी में हर कदम पर मेरा साथ दिया यही कारण है कि आज मैं इस दुनिया के दिव्यांग स्पोर्ट्समैन के लिए प्रेरणा हूँ.
सैयद शाह अजीज ने आवाज द वॉयस को बताया कि आज तक कुल 17 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले जिनमें मैंने 523 रन बनाये जिसमें एक शतक और 3 अर्धशतक और 18 विकेट लिये. उन्होंने अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला.
सैयद शाह अजीज आवाज द वॉयस को बताया कि दिसंबर 2023 में आगरा में नेपाल के खिलाफ 130 गेंदों में ऐतिहासिक टेस्ट में भी मेरी टीम ने नेपाल को शिकस्त दी. जिसमें मेने अकेले एक शतक जड़ा और 118 रन बनाए साथ ही सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज का पुरस्कार भी जीता.
टी20 इंडियन ऑयल कप 2023 के आगरा दिसंबर में नेपाल के खिलाफ 70 गेंदों में 97 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार और मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार जीता.
जून 2022 में हमने काठमांडू नेपाल में नेपाल को 2-1 से हराया, जिसमें मुझे एक मैन ऑफ मैच अवॉर्ड, एक गेम चेंजर अवॉर्ड, बेस्ट बैटर अवॉर्ड, बेस्ट विकेट टेकर अवॉर्ड, मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड मिला.
सैयद शाह अजीज अपने क्रिकेट के शुरुआती करियर को ध्यान में लाते हुए बोले कि शुरुआत में उनका कोई कोच नहीं था बाद में तमिलनाडु से अब्बास अली आए और उन्हें और उनके टीम मेंबर्स को प्रशिक्षण दिया जिससे कि वह बेहतर प्रदर्शन कर पाए और जम्मू कश्मीर का नाम रोशन कर सके फिलहाल सैयद शाह अजीज अपनी क्रिकेट टीम के कप्तान भी है.
जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा के साथ भी सैयद शाह अजीज की खास मुलाकात हुई उन्हें स्वयं गवर्नर ने जम्मू कश्मीर के राज भवन में आमंत्रित किया था. जम्मू कश्मीर सरकार और डीसी लेवल पर उन्हें वक्त वक्त पर सम्मानों से नवाजा जाता है लेकिन सैयद शाह अजीज की यह कामना है कि सरकार उनके फिजिकल क्रिकेट को मान्यता दे ताकि बच्चे देश की मुख्य धारा में जोड़कर आगे बढ़ सके और उनकी जम्मू कश्मीर दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के बच्चे की नए मौके प्रकार तरक्की करें.
सैयद शाह अजीज फिलहाल जम्मू कश्मीर से PWD विभाग में 2012 से सिविल जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग का कोर्स 2008 में कंप्लीट किया था और 2004 में अपना पहला Under 16 category में डिस्ट्रिक्ट लेवल पर क्रिकेट मैच खेला था.
आशावादी आवाज के साथ सैयद शाह अजीज ने बताया कि मार्च में जम्मू कश्मीर में पहला वर्ल्ड कप होने जा रहा है जिसमें आठ टीमें हिस्सा लेंगीं जिसमें से 6 टीम एशिया की होगी और दो टीम जिंबॉब्वे और केन्या हो सकते हैं , वर्ल्ड कप के लिए जोर-जोर से तैयारी कर रहे हैं उनके सभी टीम मेंबर्स में भारी उत्साह में है.
सैयद शाह ने बताया कि भारतीय दिव्यांग क्रिकेट परिषद के सर्टिफिकेशन के बगैर हमें कुछ खास सपोर्ट नहीं मिल पाता है इसीलिए आवाज द वॉयस के माध्यम से सैयद शाह अजीज ने सरकार से यह गुहार लगाई की फिजिकल क्रिकेट को भी मान्यता दे ताकि जो बच्चे इस भारत में आगे अपना कैरियर बनाना चाहते हैं उनका भविष्य उज्जवल हो साथ ही साथ जो लोग नौकरी कर रहे हैं उनका प्रमोशन हो और दिव्यांग क्रिकेटर्स को भी मौका मिले और देश में मुख्य धारा में जोड़कर वह भी समाज का कल्याण करे