आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि स्वदेशी हर किसी का जीवन मंत्र होना चाहिए।
मोदी ने साथ ही कहा कि उनकी सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल ने वैश्विक एवं घरेलू दोनों विनिर्माताओं के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है.
उन्होंने कहा कि ‘स्वदेशी’ की उनकी परिभाषा सरल है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि पैसा किसका लगा है, डॉलर है या पाउंड.. या वह मुद्रा काली है या सफेद। बस उस पैसे से जो भी उत्पादन हो, उसमें मेरे देशवासियों का पसीना होना चाहिए.’’
गुजरात के हंसलपुर विनिर्माण संयंत्र से मारुति सुजुकी के पहले इलेक्ट्रिक वाहन ई-विटारा को मंगलवार को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री ने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि दुनिया भारत में बने इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाएगी.
मोदी ने लोगों से केवल स्वदेशी उत्पाद खरीदने का आग्रह किया और कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि निवेश कौन करता है, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि उत्पाद बनाने में भारतीयों की कड़ी मेहनत हो.
उन्होंने कहा कि इस तरह मारुति सुजुकी भी एक स्वदेशी कंपनी है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ स्वदेशी हमारे जीवन का मंत्र बन जाना चाहिए. आइए, स्वदेशी को गर्व से अपनाएं। जापान में जो चीजे यहां बनेंगी, वे भी स्वदेशी होंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ स्वदेशी की मेरी परिभाषा बहुत सरल है. मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि किसका पैसा निवेश किया गया है...चाहे वह डॉलर हो या पाउंड, या वह मुद्रा काली है या सफेद। बस उस पैसे से जो भी उत्पादन किया जाए, उसमें मेरे देशवासियों का पसीना होना चाहिए। उन उत्पादों में मेरे देश की मिट्टी की खुशबू होनी चाहिए.