आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कॉर्पोरेट जगत में भविष्य बनाने के लिए फिल्मी दुनिया को छोड़ने वाली ‘पापा कहते हैं’ स्टार मयूरी कांगो अपनी पूर्व कंपनी पब्लिसिस ग्रुप में इंडिया डिलीवरी सेंटर की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में वापस आ गई हैं.
कांगो ने अपने करियर से जुड़ा अपडेट सोमवार को लिंक्डइन पर साझा किया.
कांगो 1995 से 2008 तक कई फिल्मों और टीवी कार्यक्रमों में नज़र आईं. उन्हें महेश भट्ट की रोमांटिक फिल्म ‘पापा कहते हैं’ के लिए जाना जाता है, जिसमें उनके साथ जुगल हंसराज थे। यह फिल्म हिट रही, जिसमें ‘घर से निकलते ही’ और ‘ये जो थोड़े से हैं पैसे’ जैसे लोकप्रिय गाने शामिल थे. वह आखिरी बार 2008 में आई अपनी फिल्म ‘कश्मीर हमारा है’ में नजर आईं थीं.
कांगो (43) ने ‘लिंक्डइन’ पर लिखा है कि वह अपनी पुरानी कंपनी में फिर से शामिल हो गईं हैं और वह अब वैश्विक वितरण के लिए अपनी पुरानी कंपनी में वैश्विक कार्यकारी नेतृत्व टीम के हिस्से के रूप में जुड़ गई हैं। कांगो प्रतिष्ठित टेक कंपनी गूगल में भी काम कर चुकी हैं.
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है, ‘‘इस भूमिका में मैं मीडिया, प्रौद्योगिकी और डिजिटल क्षेत्र में हमारे समाधानों और सेवाओं को लेकर काम करने के लिए पीजीडी ग्लोबल टीम के साथ साझेदारी करूंगी - साथ ही हमारी एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) प्रैक्टिस को भी आगे बढ़ाऊंगी.’’
कांगो ने अपने करियर की शुरुआत आईआईटी कानपुर में प्रवेश प्राप्त करने के बाद की थी, लेकिन उन्होंने एक्टिंग का विकल्प चुना. उन्होंने 1995 में बाबरी मस्जिद विध्वंस पर आधारित फिल्म ‘नसीम’ से अपने करियर की शुरुआत की.
बाद में वह ‘डॉलर बहू’ और ‘करिश्मा - द मिरैकल्स ऑफ डेस्टिनी’ जैसे धारावाहिकों में नजर आई। इस धारावाहिक में उन्होंने करिश्मा कपूर की बेटी की भूमिका निभाई.
उन्होंने 2007 में एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद कॉर्पोरेट जगत में प्रवेश कर लिया था.