नई दिल्ली
फैटी लिवर आज दुनिया भर में तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। यह बीमारी शराब का सेवन करने वाले लगभग 90–100% लोगों में देखी जाती है, लेकिन असंतुलित आहार, मोटापा, मधुमेह और निष्क्रिय जीवनशैली भी इसके प्रमुख कारण हैं। अमेरिकन लिवर फाउंडेशन के मुताबिक, अमेरिका में करीब 1 करोड़ लोग गैर-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग से पीड़ित हैं। दवाएं और सप्लीमेंट्स मौजूद हैं, लेकिन महंगे होने के कारण हर किसी के लिए सुलभ नहीं।
प्राकृतिक उपाय क्यों कारगर?
फैटी लिवर से निपटने का सबसे सरल और सुरक्षित तरीका है प्राकृतिक उपाय, जिसमें संतुलित खानपान, नियमित व्यायाम और लिवर को स्वस्थ रखने वाले पेय शामिल हैं। अपने रोज़ाना के आहार में कुछ विशेष प्राकृतिक पेय जोड़कर आप इस समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं।
1. हरी चाय (Green Tea)
ग्रीन टी को स्वास्थ्य के लिए अमृत माना जाता है। इसमें मौजूद कैटेचिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो लिवर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है और सूजन कम करता है—जो फैटी लिवर का मुख्य कारण है।
2015 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल मेडिसिन के एक अध्ययन में पाया गया कि ग्रीन टी का नियमित सेवन लिवर में वसा जमा होने का खतरा कम करता है।
यह पाचन एंजाइमों पर भी असर डालती है, जिससे वसा का अवशोषण घटता है और वजन नियंत्रित रहता है।
2. अदरक की चाय (Ginger Tea)
अदरक में 400 से अधिक जैवसक्रिय यौगिक और 40 प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।2016 में हेपेटाइटिस मंथली में प्रकाशित अध्ययन में प्रतिभागियों को 12 सप्ताह तक रोज़ दो ग्राम अदरक दिया गया, जिससे इंसुलिन प्रतिरोध और लिवर की सूजन में कमी देखी गई।
प्रतिदिन एक कप अदरक की चाय पीने से
फैटी लिवर में सुधार
रक्तचाप नियंत्रित
मतली में राहत
प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत
हो सकती है।
3. सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)
सेब का सिरका एंटीऑक्सीडेंट और प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है, जो फैटी लिवर के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है।2021 में BMC Complementary Medicine and Therapies में प्रकाशित शोध के अनुसार, यह टाइप 2 मधुमेह रोगियों में प्लाज्मा ग्लूकोज कम करने में प्रभावी है।ग्लूकोज और इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार होने से फैटी लिवर की समस्या पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।
ध्यान रहे:सेब का सिरका हमेशा पतला करके और स्ट्रॉ से ही पिएं, क्योंकि यह दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है।इन तीन प्राकृतिक पेयों को रोज़ाना की दिनचर्या में शामिल कर आप फैटी लिवर की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार ला सकते हैं। प्राकृतिक तरीकों का सबसे बड़ा लाभ यह है कि वे सुरक्षित हैं और दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रदान करते हैं।