मुंबई के वर्ली में गणेश चतुर्थी: हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्तान हमारा

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
मुंबई के वर्ली में गणेश चतुर्थी: हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्तान हमारा
मुंबई के वर्ली में गणेश चतुर्थी: हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्तान हमारा

 

आवाज द वॉयस /मुंबई

भारत एक ऐसा देश है जहां लोग न सिर्फ एक साथ रहते हैं. एक-दूसरे के तीज-त्योहारों में खुशी-खुशी शामिल भी होते हैं. हालांकि कुछ असामाजिक तत्व देश में नफरत फैलाने की कोशिश से बाज नहीं आ रहे हैं.

महाराष्ट्र के मुंबई का वर्ली क्षेत्र गणेश चतुर्थी और हिंदू-मुस्लिम एकता के त्योहार के लिए प्रसिद्ध है. इस क्षेत्र में गणेश चतुर्थी का रथ मुसलमान भी खींचने हैं. साथ ही प्रतिमा को पुष्प अर्पित करते हैं.

न्यूज चैनल एबीपी के मुताबिक, हिंदू-मुस्लिम एकता की बेहतरीन मिसाल इस बार मुंबई में गणेश चतुर्थी पर देखने को मिल रही है .हिंदू मुसलमानों ने मिलकर गणेश का रथ खींचते दिखाई दे रहे हैं. मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. जबकि गणेश चतुर्थी का पर्व 31अगस्त 2022 को मनाया जाएगा.

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देश में कोरोना वायरस के चलते पिछले दो साल से कोई भी त्योहार धूमधाम से नहीं मनाया जा सका था. दो साल के अंतराल के बाद पहली बार गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. राज्य सरकार ने स्वतंत्रता के साथ त्योहार मनाने की अनुमति दी है.

वर्ली में भी दो साल बाद गणेश चतुर्थी बड़ी धूमधाम से मनाई जा रही है. मुंबई के वर्ली इलाके में श्री गणेश सेवा मंडल पिछले 100 वर्षों से गणेश उत्सव के दौरान गणपति बप्पा की स्थापना कर रहा है.

इस मंडल की खास बात यह है कि जब भगवान गणेश की प्रतिमा पूजा के लिए यहां आती है तो हिंदू और मुसलमान इसका स्वागत करते हैं. उस पर माल्यार्पण करते हैं. वे इकट्ठा हो कर त्यौहार मनाते हैं.

वर्ली के श्री गणेश सेवा मंडल के अध्यक्ष अरविंद ने कहा कि यहां गणेश चतुर्थी का पर्व पिछले सौ वर्षों से मनाया जा रहा है. इस पूजा मंडल की खास बात है कि हिंदू और मुसलमान दोनों यहां गणेश चतुर्थी मनाते हैं.जब पूजा के लिए गणेश की मूर्ति आती है तो मुस्लिम समुदाय के लोग उसे पुष्प अर्पित करते हैं.

अरविंद ने आगे कहा कि मुस्लिम समुदाय के लिए विशेष रूप से एक रथ रखा गया है, जिसे क्षेत्र के हिंदुओं के साथ क्षेत्र के मुसलमानों भगवान गणेश के रथ को खींचते हैं.श्री गणेश के एक मुस्लिम भक्त ने कहा कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. हम एक भारतीय हैं. हमें एक दूसरे के साथ मिलकर जश्न मनाना चाहिए.

एक अन्य मुसलमान ने बताया कि मुझे इस त्योहार को मनाने के लिए आमंत्रित किया गया था. इस बार श्री गणेश सेवा मंडल के लोगों ने मुझे आमंत्रित किया, जिस तरह से वे हमारी ईद पर आते हैं. हम उनकी पूजा में आते हैं.

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उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम और ईसाई सभी भाई है. हमें यहां एक साथ रहना है और एक-दूसरे का सहारा है. जब देश के अन्य हिस्सों में भाईचारे का माहौल स्थापित होगा तभी देश का विकास होगा.

उन्होंने कहा कि हम यहां आपस में प्यार फैलाने आए हैं. समाज में व्याप्त नफरत को दूर करना चाहते हैं.उन्होंने कहा कि धर्म आपसी दुश्मनी नहीं सिखाता. हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्तान हमारा. इसका अच्छा उदाहरण मुंबई के वर्ली इलाके में देखने को मिल रहा है.