डॉ. खानू खान
अशफाक कायमखानी /जयपुर
राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष चुने जाने को लेकर यहां चल रही गहमागहमी की हवा निकल गई.इस पद केलिए कई लोग खम ठोक रहे थे, पर आज इसके लिए केवल एक को छोड़ कर दावेदारी पेश करने कोई सामने नहीं आया. जिसके बाद डाॅ. खानू खान राजस्थान वक्फ बोर्ड के निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिए गए.
राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष पद के चुनाव में प्रदेश के अनेक दिग्गजों के दिलचस्पी दिखाने के बावजूद निर्वाचन अधिकारी एवं जयपुर के जिला कलेक्टर द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के तहत 17 जनवरी को अध्यक्ष पद के लिए डा.खानू खान के अलावा कोई नहीं पहुंचा. जिसके बाद उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया.
उल्लेखनीय है कि वक्फ सम्पत्ति से प्राप्त आमदनी से वेलफेयर के काम करने को गठित वक्फ बोर्ड के अन्य सदस्यों के निर्वाचन और चार सदस्यों के मनोनयन के बाद चुनाव अधिकारी ने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित किया था. इसके लिए केवल एक नामांकन आने के बाद डा. खान के बोर्ड का अध्यक्ष चुने जाने का रास्ता साफ हो गया.
बोर्ड में एक महिला व एक शिया तबके से सदस्य होने की अनिवार्यता के चलते सरकार द्वारा मनोनीत चार सदस्यों में महिला के तौर पर रेशमा खान और शिया प्रतिनिधि के तौर पर डा.राना जैदी को सदस्य बनाया है. इनके अलावा सेवारत प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर असलम शेर खान व सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर डॉ. खानू मनोनीत किए गए थे. बोर्ड में कुल 9 सदस्य होते हैं.
बोर्ड के पूर्ण गठन के लिए सदस्यों के तौर पर विधायक कोटे से विधायक रफीक खान, सांसद-पूर्व सांसद कोटे से अश्क अली टांक, बार काउंसिल कोटे से शाहिद हसन पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं. वहीं मुतवल्ली कोटे से शब्बीर शेख व मोहम्मद यूसुफ मतदान के बाद निर्वाचित हो चुके हैं.
खास बात यह है कि खानू खान पूर्व में कुछ समय के लिए बोर्ड अध्यक्ष रह चुके हैं. अश्क अली टांक पूर्व विधायक व राज्यसभा के सदस्य व राज्य में मंत्री रहे हैं. हाईकोर्ट के जस्टिस रहे फारूक हसन के बेटे शाहिद हसन वर्तमान में राजस्थान बार काउंसिल के सदस्य होने के तौर पर बोर्ड सदस्य निर्वाचित हुए हैं.
वह बार काउंसिल के चेयरमैन भी रहे हैं. प्रोफेसर राणा जैदी पहले भी बोर्ड सदस्य रह चुकी हैं. इनके ससुर प्रोफेसर मोहम्मद अली जैदी भी बोर्ड के सदस्य रहे हैं. डा.राना जैदी के पति हैदर अली जैदी वर्तमान में डीआईजी पुलिस कमिश्नर जयपुर के अलावा मुख्यमंत्री विजिलेंस में पदस्थापित भारतीय पुलिस सेवा के सीनियर अधिकारी हैं.