आवाज द वाॅयस / अजमेर
अजमेर के ऐतिहासिक दरगाह बाज़ार में एक ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया, जो "नशा मुक्त युवा, विकसित भारत" अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था. इस समारोह में सैकड़ों युवा शामिल हुए और नशे से दूर रहने, खेल, शिक्षा, और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लिया. यह अभियान चिश्ती फाउंडेशन, "मेरा युवा भारत" (MY भारत) अजमेर और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया.
अजमेर के साथ-साथ आसपास के गाँवों और कस्बों—नसीराबाद, बीतूर, भीमपुरा, पचमता, और उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर सहित नौ अन्य स्थानों पर भी एक साथ शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया. इन समारोहों ने इस अभियान को एक व्यापक जनआंदोलन का रूप दिया, जिसमें देशभर के युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और नशे से मुक्त रहने का संकल्प लिया.
हाजी सैयद सलमान चिश्ती का संबोधन
समारोह के मुख्य अतिथि, हाजी सैयद सलमान चिश्ती, जो चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन हैं, ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, "आज का यह संकल्प युवा पीढ़ी का एक महत्वपूर्ण कदम है, जो नशे से मुक्त रहकर एक स्वस्थ और सक्षम भारत के निर्माण की दिशा में बढ़ रहा है. यह केवल एक शपथ नहीं, बल्कि यह 2047 तक एक 'विकसित भारत' के निर्माण की नींव है."
उन्होंने आगे कहा कि अजमेर और इसके आसपास के गाँवों से लेकर मिर्ज़ापुर और अन्य स्थानों पर यह अभियान एक सकारात्मक संदेश दे रहा है कि युवा नशे से दूर रहकर अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए तैयार हैं. यह अभियान हमें यह सिखाता है कि जब युवा समाज में सकारात्मक योगदान देते हैं, तो समाज और देश दोनों ही आगे बढ़ते हैं.
विशेष अतिथियों का योगदान
इस समारोह में अन्य महत्वपूर्ण अतिथि भी उपस्थित रहे, जिनमें सैयद अफ़शान चिश्ती (पूर्व सदस्य, मौलाना आज़ाद संस्थान, भारत सरकार), जयेश मीना (अजमेर ज़िला युवा अधिकारी, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय), उमेश गर्ग (समाजसेवी), रफ़ीक क़ादरी (सर्वधर्म समिति), यासीन सिलावट (मुस्लिम संस्थान), एडवोकेट सैयद दानिश अली, बाबूलाल साहू, हरिओम साहो, नरेंद्र सिंह दैमा, अन्नपूर्णा सेवा समूह, और ख़ुद्दाम-ए-ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे.
सभी अतिथियों ने युवाओं को प्रोत्साहित किया और इस अभियान को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने का संकल्प लिया. जयेश मीना ने कहा, "यह अभियान न केवल एक शपथ है, बल्कि यह हमारे समाज को सकारात्मक दिशा देने का एक प्रयास है. हम युवा पीढ़ी को इस मुहिम से जोड़कर उन्हें नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक कर सकते हैं."
कार्यक्रम का प्रभाव और महत्व
यह शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हो रहे 1700 से अधिक कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा था. इन कार्यक्रमों का उद्देश्य देशभर के युवाओं को नशे से मुक्ति के प्रति जागरूक करना और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है. अभियान का मुख्य संदेश है, "नशा मुक्त युवा ही विकसित भारत की सशक्त नींव हैं."
अजमेर में आयोजित इस कार्यक्रम के साथ अन्य स्थानों पर भी युवा वर्ग ने इस अभियान को समर्थन दिया. कार्यक्रम में भाग लेने वाले युवाओं ने न केवल शपथ ली, बल्कि उन्होंने यह भी संकल्प लिया कि वे अपनी शिक्षा और खेल के माध्यम से समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और अपने आसपास के लोगों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करेंगे.
यह अभियान एकजुटता का प्रतीक बन चुका है, जिसमें विभिन्न धर्मों, जातियों और संस्कृतियों के लोग एक साथ आकर नशे से मुक्ति की दिशा में काम कर रहे हैं. समारोह में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर इस मुहिम को सफल बनाने के लिए अपने योगदान की बात की. यह अभियान न केवल युवाओं के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक सशक्त संदेश है कि अगर हम सभी मिलकर इस मुहिम को आगे बढ़ाते हैं, तो नशे जैसी सामाजिक समस्या का समाधान संभव है.
समारोह के अंत में, सभी प्रतिभागियों ने नशे से मुक्त रहने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने का संकल्प लिया. इस अवसर पर आयोजकों ने घोषणा की कि यह अभियान आगे भी देशभर में लगातार जारी रहेगा और युवा वर्ग को इस मुहिम से जोड़ने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
इस कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि जब युवा एकजुट होते हैं, तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं रहती. "नशा मुक्त युवा, विकसित भारत" अभियान न केवल एक शपथ है, बल्कि यह हमारे देश के उज्जवल भविष्य की दिशा में एक कदम है.