'GST Savings Festival' from September 22: Everyday goods, electronics and automobiles to get cheaper
अर्सला खान/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र-संबोधन के बाद देशभर में ‘जीएसटी बचत उत्सव’ की झलक देखने को मिल रही है. 22 सितंबर से लागू होने जा रहे ‘नव-पीढ़ी जीएसटी सुधार’ (GST 2.0) से आम आदमी के बजट को बड़ी राहत मिलने वाली है. रोज़मर्रा के सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर ऑटोमोबाइल तक कई उत्पादों और सेवाओं की कीमतों में बड़ी कटौती होगी.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि नई व्यवस्था का मकसद कर ढांचे को सरल बनाना, जरूरतमंदों की जेब पर बोझ घटाना और मध्यमवर्गीय परिवारों की क्रयशक्ति बढ़ाना है. सरकार का दावा है कि इससे उपभोक्ता और उद्योग दोनों को फायदा होगा.
क्या-क्या होगा सस्ता
नई दरों के बाद घी, पनीर, मक्खन, कंडेंस्ड मिल्क, जैम, केचप और चॉकलेट जैसे डेयरी व खाद्य उत्पादों पर जीएसटी दर 12 प्रतिशत या उससे अधिक से घटकर 5 प्रतिशत रह जाएगी. अमूल पहले ही अपने 700 से ज़्यादा उत्पादों की कीमतें घटाने की घोषणा कर चुका है.
दवाइयों और मेडिकल उपकरणों की कीमतों में भी कमी आएगी. ज़रूरी दवाएँ, जीवनरक्षक दवाएँ, डायग्नोस्टिक किट, थर्मॉमीटर और अन्य स्वास्थ्य-संबंधी उपकरण कम कर दर में आएंगे. साबुन, शैम्पू, टूथपेस्ट, हेयर ऑइल जैसे व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों पर भी जीएसटी घटने से ये सामान सस्ते होंगे.
टीवी, एसी, वॉशिंग मशीन, डिशवॉशर जैसे घरेलू उपकरणों पर कर दर कम होने से कीमतों में हजारों रुपये की गिरावट संभव है. छोटे और मीडियम कार, स्कूटर-बाइकें भी नई दरों से सस्ती होंगी.
जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों के प्रीमियम की लागत कम हो सकती है। पैकेज्ड मिनरल वाटर और अन्य आवश्यक पेय पदार्थों की कीमतों में भी कमी होगी. सीमेंट जैसी निर्माण सामग्रियों पर कर घटने से घर बनाने और मरम्मत की लागत कम हो सकती है.
कंपनियों ने शुरू की तैयारी
एफएमसीजी कंपनियों ने भी नई दरों के मुताबिक अपने उत्पादों की कीमतें घटाने का ऐलान किया है. प्रॉक्टर एंड गैंबल, इमामी और एचयूएल जैसी कंपनियाँ साबुन, शैम्पू, डायपर, मंजन, रेज़र, आफ्टर-शेव लोशन, डव शैम्पू, हॉर्लिक्स, किसान जैम, ब्रू कॉफी, लक्स और लाइफबॉय साबुन जैसे उत्पादों की कीमतों में कमी करेंगी.
पीएंडजी ने विक्स, हेड एंड शोल्डर्स, पैंटीन, पैम्पर्स (डायपर), जिलेट, ओल्ड स्पाइस और ओरल-बी जैसे ब्रांड्स की कीमतों में कटौती की है. इमामी ने बोरोप्लस, नवरत्न आयुर्वेदिक तेल और झंडू बाम के दाम कम किए हैं.
क्या महंगा होगा
लक्ज़री सामान, सिगरेट, तंबाकू और बड़े इंजन वाली मोटरसाइकिल जैसे ‘सिन गुड्स’ पर उच्च कर दर लागू रहेगी, जिससे उनके दाम बढ़ सकते हैं.
असर और उम्मीदें
उपभोक्ताओं को उम्मीद है कि किराना, डेयरी और घरेलू सामान की खरीद पर महंगाई में तुरंत राहत मिलेगी. इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल सेगमेंट में छूट से त्योहारों के मौसम में बिक्री बढ़ सकती है। छोटे और मझोले उद्योगों को भी कर नियम सरल होने से राहत मिलेगी.
नई दरें 22 सितंबर, 2025 से लागू होंगी और इसे ‘जीएसटी 2.0’ या ‘जीएसटी बचत उत्सव’ की शुरुआत माना जा रहा है. सरकार का दावा है कि इससे ‘आज़ादी से अबाधित जीएसटी’ की दिशा में बड़ा कदम उठेगा.