नई दिल्ली
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) दुनिया भर में अकाल मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। 2023 के आंकड़ों के अनुसार, 30-79 वर्ष की आयु वर्ग में लगभग 1.28 अरब वयस्क उच्च रक्तचाप से प्रभावित हैं, जिनमें से दो-तिहाई लोग निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं। इनमें से लगभग 46% लोगों को अपनी बीमारी का पता ही नहीं होता, इसलिए इसे अक्सर मूक हत्यारा कहा जाता है। यह धीरे-धीरे रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है और हृदय रोग, स्ट्रोक तथा गुर्दे की क्षति का खतरा बढ़ा देता है।
समय रहते इस बीमारी का पता चल जाए तो उचित आहार और दवाओं से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना बेहद जरूरी है। यदि आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, तो इन खाद्य पदार्थों से बचें:
डिब्बाबंद सूप, फ्रोजन डिनर, पैकेज्ड फ़ूड और डेयरी मांस जैसे प्रसंस्कृत उत्पाद सोडियम से भरपूर होते हैं। अधिक सोडियम शरीर में पानी जमाता है, जिससे रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ता है और उच्च रक्तचाप हो सकता है। 2023 के एक अध्ययन के अनुसार, सोडियम का सेवन कम करने से वयस्कों में रक्तचाप में स्पष्ट कमी देखी गई।
सोडा, मीठे जूस, कैंडी और मिठाइयाँ न केवल कैलोरी में अधिक होती हैं, बल्कि मोटापा, इंसुलिन प्रतिरोध और सूजन भी बढ़ा सकती हैं। अतिरिक्त चीनी रक्त वाहिकाओं के कार्य को प्रभावित करती है और शरीर में द्रव प्रतिधारण बढ़ाती है, जिससे रक्तचाप बढ़ता है। 2024 में किए गए 35 अध्ययनों के मेटा-विश्लेषण में पाया गया कि मीठे और कृत्रिम रूप से मीठे पेय सीधे उच्च रक्तचाप और जोखिम से जुड़े हैं।
संतृप्त और ट्रांस वसा धमनियों में प्लाक जमा करते हैं, जिससे वे सख्त हो जाती हैं और हृदय रोग तथा स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। ये वसा मुख्य रूप से लाल मांस, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद और मांस के वसायुक्त हिस्सों में पाए जाते हैं। प्रसंस्कृत मांस और पैकेज्ड मीट और भी अधिक हानिकारक हैं क्योंकि इनमें वसा और सोडियम दोनों की मात्रा ज्यादा होती है।
अचार, संरक्षित और डिब्बाबंद भोजन को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसमें अधिक नमक डाला जाता है। नमक में सोडियम होता है, जो अधिक मात्रा में सेवन करने पर रक्तचाप बढ़ा सकता है। लंबे समय तक सोडियम युक्त खाद्य पदार्थ खाने से उच्च रक्तचाप और हृदय तथा गुर्दे की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए संतुलित आहार, ताज़ा फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और कम सोडियम वाले विकल्प अपनाएँ। नियमित व्यायाम और डॉक्टर की सलाह भी इस बीमारी को प्रबंधित करने में मदद करता है।