Beautify your hands in the month of Saavan, make chemical-free mehandi powder at home
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
सावन का महीना आते ही महिलाएं पारंपरिक साज-सज्जा और श्रृंगार में रम जाती हैं, और मेहंदी इसका सबसे अहम हिस्सा होती है. हाथों में रची मेंहदी जहां सौंदर्य का प्रतीक मानी जाती है, वहीं इसे शुभता से भी जोड़ा जाता है. मगर आजकल बाजार में मिलने वाली मेहंदी में केमिकल्स की भरमार है, जिससे स्किन एलर्जी, जलन, खुजली और रैशेज जैसी समस्याएं आम हो गई हैं.
ऐसे में अगर आप इस सावन हाथों में प्राकृतिक, केमिकल-फ्री और गहरे रंग वाली मेहंदी रचाना चाहती हैं, तो घर पर ही इसे बनाना सबसे सुरक्षित और असरदार विकल्प है. इसकी खास बात ये है कि इसे तैयार करने के लिए सिर्फ दो ही चीजों की जरूरत होती है—ताज़ी मेहंदी की पत्तियां और नीम.
चलिए, जानते हैं स्टेप-बाय-स्टेप तरीका जिससे आप खुद घर पर शुद्ध, खुशबूदार और सुरक्षित मेहंदी पाउडर बना सकती हैं:
स्टेप 1: ताज़ी पत्तियों की सफाई
सबसे पहले हरी और ताज़ा मेहंदी की पत्तियां इकट्ठा करें. ध्यान रखें कि इनमें कोई सूखा या सड़ा हिस्सा न हो. पत्तियों को एक बड़े बर्तन में लेकर दो से तीन बार साफ पानी से धोएं ताकि धूल-मिट्टी, कीड़े और बैक्टीरिया पूरी तरह निकल जाएं. अच्छी तरह धोई गई पत्तियां मेहंदी पाउडर की क्वालिटी को बेहतर बनाती हैं.
स्टेप 2: छाया में सुखाना
पत्तियों को किसी साफ सूती कपड़े या अख़बार पर फैलाएं। इन्हें सीधी धूप में बिल्कुल न रखें, क्योंकि इससे मेहंदी की रंगत और खुशबू दोनों कम हो सकती हैं। छायादार, हवादार और सूखी जगह पर इन्हें 3 से 4 दिन तक पूरी तरह सूखने दें.
स्टेप 3: पीसना और छानना
जब पत्तियां पूरी तरह सूख जाएं तो इन्हें मिक्सर या ग्राइंडर में डालकर बारीक पीस लें. आप चाहें तो साथ में सूखी नीम की पत्तियां भी पीस सकती हैं। नीम से मेहंदी में एंटी-बैक्टीरियल गुण आ जाते हैं, जिससे ये स्किन के लिए और भी फायदेमंद हो जाती है। पिसे हुए पाउडर को महीन छलनी से छान लें ताकि कोई मोटे टुकड़े न रह जाएं। अगर ज़रूरत हो तो दोबारा पीस लें.
स्टेप 4: सही तरीके से स्टोर करना
बने हुए मेहंदी पाउडर को किसी एयरटाइट डिब्बे में रखें. आप इसमें 2-3 लौंग भी डाल सकती हैं, जिससे पाउडर में कीड़े नहीं लगते और उसकी ताजगी बनी रहती है। डिब्बे को किसी सूखी, ठंडी और अंधेरी जगह में स्टोर करें। इस तरह से तैयार किया गया हिना पाउडर 6 से 8 महीने तक बढ़िया चलता है.
फायदे:
यह मेहंदी पूरी तरह प्राकृतिक होती है, इसलिए एलर्जी का खतरा नहीं होता.
इसका रंग गहरा और लंबे समय तक टिका रहता है.
इसमें कोई भी कृत्रिम रंग या खुशबू नहीं मिलाई जाती.
नीम की मौजूदगी से स्किन इंफेक्शन से भी बचाव होता है.
इस सावन आप भी रचाएं घर की बनी, केमिकल-फ्री मेहंदी, जो न केवल हाथों की खूबसूरती बढ़ाएगी, बल्कि आपकी त्वचा की सेहत को भी नुकसान नहीं पहुंचाएगी. शुभता और सुंदरता का ये संगम अब आपके ही हाथ में है — और वो भी पूरी तरह सुरक्षित तरीके से.