आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
कैंसर को पूरी तरह रोक पाना आसान नहीं है, लेकिन खानपान और जीवनशैली में बदलाव करके इसके खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। हमारा आहार इस दिशा में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
हाल ही में हार्वर्ड-प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ शेट्टी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में ऐसे छह आम खाद्य पदार्थों की सूची साझा की है, जो कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। जानिए कौन से हैं ये खाद्य पदार्थ:
बेकन, सॉसेज, हैम, सलामी जैसे मांस को अधिक समय तक सुरक्षित रखने के लिए उनमें रसायनों का प्रयोग किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन मांस उत्पादों को ग्रुप-1 कार्सिनोजेन (कैंसरकारी तत्व) घोषित किया है, जो विशेष रूप से कोलोरेक्टल कैंसर से जुड़ा हुआ है।
कोल्ड ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक और मीठे पैकेज्ड जूस जैसे पेय मोटापा बढ़ाते हैं। मोटापा कम से कम 13 प्रकार के कैंसर का प्रमुख कारक है। अधिक चीनी इंसुलिन के स्तर को बढ़ाकर कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को बढ़ावा देती है। बेहतर विकल्प हैं – सादा पानी, बिना चीनी की हर्बल चाय या ताजे फलों का रस।
फ्रेंच फ्राइज, चिप्स, समोसे और अन्य डीप फ्राइड फूड स्वादिष्ट ज़रूर होते हैं, लेकिन उच्च तापमान पर इन्हें तलने से एक्रिलामाइड नामक रसायन बनता है जो जानवरों में कैंसर का कारण माना गया है। मानवों में इस पर अध्ययन जारी है, लेकिन इन खाद्य पदार्थों को सीमित करना समझदारी है।
बारबेक्यू या ग्रिलिंग के दौरान HCA (हेट्रोसाइक्लिक एमाइन्स) और PAH (पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन्स) जैसे हानिकारक तत्व बनते हैं। ये डीएनए को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। ग्रिलिंग से पहले मांस को मैरीनेट करना, तापमान को नियंत्रित करना और बेकिंग या स्टीमिंग जैसे विकल्प अपनाना बेहतर है।
शराब का सेवन स्तन, लीवर, गले और कोलन कैंसर सहित कई कैंसरों का खतरा बढ़ाता है। शराब के टूटने पर बनने वाला रसायन "एसिटाल्डिहाइड" डीएनए को नुकसान पहुंचा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, थोड़ी मात्रा में भी शराब कैंसर जोखिम को बढ़ा सकती है, इसलिए इससे पूरी तरह बचना सबसे अच्छा है।
रेडी-टू-ईट मील, पैकेज्ड स्नैक्स, प्रोसेस्ड ब्रेड, शुगरी सीरियल और कुकीज़ जैसी चीज़ों में फाइबर की कमी होती है और इनमें रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, अस्वास्थ्यकर वसा और कृत्रिम मिठास अधिक होती है। रिसर्च के मुताबिक, इनका अत्यधिक सेवन कोलोरेक्टल और स्तन कैंसर जैसी बीमारियों से जुड़ा हुआ है।
भोजन केवल स्वाद के लिए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी होता है। यदि आप कैंसर जैसे गंभीर रोगों से बचना चाहते हैं तो इन जोखिमभरे खाद्य पदार्थों से दूरी बनाए रखना बेहद ज़रूरी है। स्वस्थ विकल्प चुनें और अपने शरीर को दीजिए बेहतर भविष्य का ईंधन।