नई दिल्ली:
गुर्दे (किडनी) हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक हैं, जिनका मुख्य काम है रक्त को फ़िल्टर करना और अपशिष्ट पदार्थों व अतिरिक्त तरल को मूत्र के रूप में बाहर निकालना। लेकिन उम्र, आनुवांशिक कारणों या अस्वस्थ जीवनशैली के चलते गुर्दों की कार्यक्षमता घटने लगती है और क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) जैसी गंभीर बीमारियाँ जन्म ले सकती हैं।
गुर्दे की बीमारियाँ धीरे-धीरे बढ़ती हैं और जब तक लक्षण सामने आते हैं, तब तक स्थिति काफी बिगड़ चुकी होती है। हालांकि, कुछ आसान आदतों को अपनाकर और जीवनशैली में सुधार लाकर आप अपने गुर्दों को स्वस्थ रख सकते हैं। केवल पर्याप्त पानी पीना ही नहीं, बल्कि कुछ और ज़रूरी बदलाव भी करने होंगे। आइए जानें, कौन-सी बातें आपके गुर्दों की सेहत के लिए सबसे अहम हैं:
आपका खानपान सीधे तौर पर आपकी किडनी के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। ताज़े फल, सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन (जैसे दालें, मछली, चिकन) से भरपूर भोजन गुर्दों के लिए लाभदायक होता है।
कम करें:
नमक (सोडियम) का अधिक सेवन
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड
शुगर और अनहेल्दी फैट
बढ़ाएँ:
पानी और हाइड्रेटिंग फूड
फाइबर युक्त आहार
गुर्दे की किसी मौजूदा समस्या में पोटैशियम और फॉस्फोरस की मात्रा डॉक्टर की सलाह पर सीमित करें।
उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) गुर्दों को नुकसान पहुँचाने वाले मुख्य कारणों में से एक है। यह धीरे-धीरे किडनी की फ़िल्टरिंग प्रणाली को कमजोर कर देता है।
रखें ध्यान:
नियमित बीपी जांच
कम नमक का सेवन
योग और ध्यान से तनाव नियंत्रित करें
डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाएं लें
वज़न नियंत्रित रखें
नियमित व्यायाम और हेल्दी डाइट से आपका रक्तचाप स्थिर रहेगा और किडनी पर दबाव कम होगा।
शारीरिक व्यायाम न सिर्फ आपके हृदय और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह गुर्दों को भी स्वस्थ बनाए रखता है।
क्या करें:
सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम गति की गतिविधियाँ करें – जैसे तेज़ चलना, साइकिल चलाना, तैराकी या योग
नियमित व्यायाम से शरीर का चयापचय (मेटाबॉलिज्म) बेहतर होता है और इंसुलिन का स्तर संतुलित रहता है, जिससे मधुमेह की संभावना घटती है – और इसी के साथ किडनी को भी सुरक्षा मिलती है।
धूम्रपान और शराब का सेवन किडनी के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
धूम्रपान से नुकसान:
रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं
गुर्दों में रक्त प्रवाह घटता है
फ़िल्टरिंग सिस्टम पर असर पड़ता है
शराब से नुकसान:
शरीर में निर्जलीकरण
अपशिष्ट को छानने की किडनी की क्षमता कमजोर
इनका सेवन बंद कर देना न केवल किडनी, बल्कि पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
मधुमेह यानी डायबिटीज़, क्रोनिक किडनी डिजीज का सबसे बड़ा कारण है।
ब्लड शुगर बढ़ने से:
किडनी की छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान होता है
फ़िल्टरिंग क्षमता घटती है
कैसे रखें नियंत्रण:
रोज़ाना ब्लड शुगर मॉनिटर करें
हेल्दी डाइट लें – कम कार्ब, ज्यादा फाइबर
नियमित व्यायाम करें
दवा और इंसुलिन का सही समय पर सेवन करें
ब्लड शुगर कंट्रोल में रखने से आप न केवल डायबिटीज़ को नियंत्रित करते हैं, बल्कि किडनी की कार्यक्षमता को भी लंबे समय तक बनाए रख सकते हैं।
गुर्दों की देखभाल करना किसी एक दिन का काम नहीं है, बल्कि एक निरंतर प्रयास है। अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव लाकर आप न केवल किडनी से जुड़ी बीमारियों से बच सकते हैं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य में भी सुधार ला सकते हैं।
तो अब सवाल है — क्या आप अपने गुर्दों की सही देखभाल कर रहे हैं?
अगर नहीं, तो आज ही से शुरुआत करें – क्योंकि स्वस्थ गुर्दे ही लंबी और स्वस्थ ज़िंदगी की कुंजी हैं।