नई दिल्ली
आंत (गट) हमारे पाचन तंत्र का बेहद अहम हिस्सा है, जो न सिर्फ भोजन को पचाती है और पोषक तत्वों को अवशोषित करती है, बल्कि शरीर के अपशिष्ट को भी बाहर निकालने में मदद करती है। इसे अक्सर 'दूसरा मस्तिष्क' भी कहा जाता है, क्योंकि यह मस्तिष्क के साथ संवाद करता है और हमारे समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
हमारी आंत में लाखों फायदेमंद बैक्टीरिया होते हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाते हैं। लेकिन कई आदतें ऐसी हैं जो चुपचाप इन बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचा सकती हैं और आंत को अस्वस्थ बना सकती हैं।
इस विषय पर हार्वर्ड और एम्स से प्रशिक्षित लिवर व गट विशेषज्ञ डॉ. सौरभ शेट्टी ने हाल ही में पाँच ऐसी आदतों की पहचान की है, जो हमारे पाचन तंत्र को नुकसान पहुँचा सकती हैं। आइए जानते हैं वो कौन-सी आदतें हैं जिनसे हमें बचना चाहिए:
1. ज़्यादा प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड खाना
इंस्टेंट नूडल्स, चिप्स, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक्स जैसे प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में अधिक मात्रा में चीनी, नमक, ट्रांस फैट और कृत्रिम तत्व होते हैं, लेकिन इनमें फाइबर बेहद कम होता है। ये न केवल आंतों की परत को नुकसान पहुँचाते हैं, बल्कि अच्छे बैक्टीरिया को भी खत्म कर सकते हैं, जिससे पाचन गड़बड़ हो सकता है।
2. बहुत अधिक मीठा और कम फाइबर वाला आहार
अत्यधिक चीनी खाने से आंत में मौजूद फायदेमंद बैक्टीरिया मर सकते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। इससे आंत का संतुलन बिगड़ सकता है और पूरे शरीर में सूजन पैदा हो सकती है। फाइबर की कमी से यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है।
3. सब्ज़ियों की मात्रा कम होना
सब्ज़ियाँ फाइबर और पोषक तत्वों का खजाना होती हैं, जो आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देती हैं। रोज़ाना पर्याप्त सब्ज़ियाँ नहीं खाने से कब्ज, पाचन समस्या और प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है। यही नहीं, यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती है।
4. देर रात भारी भोजन करना
सोने से ठीक पहले भारी, वसायुक्त या मीठा खाना पचाना शरीर के लिए मुश्किल होता है। इस समय पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे अपच, गैस, एसिडिटी और पेट फूलने जैसी समस्याएं होती हैं। यह आंतों के बैक्टीरिया के संतुलन को भी बिगाड़ सकता है।
5. बार-बार और बिना जरूरत एंटीबायोटिक लेना
बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक लेना या इनका अधिक सेवन आंतों के लाभकारी बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है। इससे पाचन तंत्र, प्रतिरक्षा प्रणाली और आंतों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। यदि कभी एंटीबायोटिक लेना ज़रूरी हो, तो उसके साथ प्रोबायोटिक्स और फाइबर युक्त आहार का सेवन जरूर करें।
अगर आप चाहते हैं कि आपका पाचन तंत्र और आंत स्वस्थ रहें, तो अपनी रोज़मर्रा की आदतों पर ध्यान देना ज़रूरी है। संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, समय पर भोजन और मानसिक शांति—ये सभी आपकी आंत को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
याद रखें, पेट की सेहत ही शरीर की असली ताकत है!