अर्सला खान/नई दिल्ली
त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है और दीवाली की रौनक धीरे-धीरे हर घर में दिखाई देने लगी है. इस बार अगर आप चाहें तो अपने घर को महंगे सजावट के सामान से नहीं, बल्कि पुराने और बेकार पड़ी चीज़ों से सजा सकते हैं.
यह न केवल एक रचनात्मक तरीका है बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है. ‘वेस्ट से बेस्ट’ की यह सोच आज के दौर में एक ट्रेंड बन चुकी है, जहां लोग रीसायकल और री–यूज़ के ज़रिए सुंदर सजावट तैयार कर रहे हैं.
दीवाली रोशनी, रंग और खुशियों का पर्व है, लेकिन साथ ही यह समय पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए समझदारी भरे फैसले लेने का भी है. हर साल टनों के हिसाब से सजावट का कचरा, प्लास्टिक लाइट्स और थर्माकोल की सजावट लैंडफिल्स में चली जाती है.
ऐसे में अगर हम घर में पहले से मौजूद चीज़ों का उपयोग करें, जैसे पुराने बल्ब, सीडी, प्लास्टिक बोतलें, जार, या कपड़े तो न सिर्फ पैसा बचेगा बल्कि धरती को भी राहत मिलेगी.
आप पुराने बल्बों को रंगीन पेंट से रंगकर या उन पर ग्लिटर लगाकर खूबसूरत दीये बना सकते हैं. खाली ग्लास जार में छोटी सी लाइट डाल दें और रंगीन कपड़े या जूट की डोरी से उसे बांध दें. ये मिनी लैम्प्स किसी भी कोने को जगमगा देंगे.
पुराने अखबारों और मैगज़ीन के पन्नों से पेपर फ्लावर, लैंटर्न और वॉल हैंगिंग बनाई जा सकती हैं. फटे कपड़ों से रंगीन तोरण या बंटिंग तैयार की जा सकती है, जो आपके दरवाज़े को पारंपरिक और देसी लुक देंगे.
Message From Awaaz The Voice : इस दीवाली अपने घर को करें रोशन....आपको और आपके परिवार को #HappyDiwali