राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-कटक
ओडिसा में भाजपा ने हाजिया विधानसभा चुनावों के दौरान बीजू जनता दल (बीजेडी) से कई दशक पुरानी सत्ता छीन ली है. भाजपा ने 147 में से 78 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की है. इस उथल-पुथल के बीच,एक मुस्लिम महिला दावेदार ने भी विधानसभा चुनाव में बाराबती-कटक सीट जीतकर इतिहास रच दिया है. ओडिशा के इतिहास में वह पहली महिला मुस्लिम विधायक के तौर पर दर्ज हो गई हैं.

बाराबती-कटक सीट से सोफिया फिरदौस ने भाजपा के पूर्ण चंद्र महापात्रा को कांटे के संघर्ष में 8001 के अंतर से पराजित किया है.
कौन हैं सोफिया फिरदौस फिरदौस
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फिरदौस ने इस सीट से अपने पिता और मौजूदा विधायक मोहम्मद मोकिम की जगह ली.
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कांग्रेस ने सोफिया को इस सीट से नामित किया था, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने लोन धोखाधड़ी मामले में मोकीम की सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था.
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ओआरएचडीसी भ्रष्टाचार मामले में दोषी पाए जाने के बाद मोकीम का राजनीतिक भविष्य अनिश्चित हो गया है.
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इसलिए मोकीम के खेमे में अपनी बेटी सोफिया को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाने का निर्णय लिया गया. इसके लिए एक बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस के सभी वार्डों के जीतने या हारने वाले पार्षदों सहित बाराबती, चौद्वार और सदर विधानसभा क्षेत्रों के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता और समर्थक एकत्र हुए. एकतरफा तौर पर सभी ने मोकीम की जगह सोफिया की उम्मीदवारी का प्रस्ताव रखा.
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सोफिया फिरदौस 2014 से कटक की राजनीति में सक्रिय हैं और उन्होंने 2019 में अपने पिता मोकीम के लिए प्रचार किया.
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वह सामाजिक कार्य और रियल एस्टेट व्यवसाय से भी जुड़ी हैं.
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32 वर्षीय सोफिया एक सिविल इंजीनियर और एक रियल एस्टेट फर्म की निदेशक हैं.
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उन्होंने मोकीम फाउंडेशन के माध्यम से उन्होंने शहर में खेलों का आयोजन, असहायों को शिक्षा प्रदान करना, महिलाओं को सशक्त बनाना और युवा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना जैसे कार्य किए हैं.
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उन्हें पिछले साल सीआरईडीआई, भुवनेश्वर चैप्टर का अध्यक्ष चुना गया था.
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