शिलांग/इंदौर/लखनऊ
मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या में कथित रूप से उसकी पत्नी शामिल थी, जिसने भाड़े के हत्यारे बुलाए थे. मेघालय की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आई नोंगरांग ने सोमवार को यह जानकारी दी.
हालांकि, सोनम के पिता ने अपनी बेटी के बेगुनाह होने का दावा किया है जबकि राजा के भाई ने कहा कि अगर सोनम दोषी पाई जाती है तो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
डीजीपी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राजा की पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि रातभर की छापेमारी के बाद तीन अन्य हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया.
राजा (29) और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को सोहरा इलाके के नोंगरियात गांव में एक ‘होमस्टे’ से निकलने के कुछ घंटे बाद ही लापता हो गए थे. राजा का शव दो जून को गांव से 20 किलोमीटर दूर एक खाई में मिला था.
उन्होंने बताया, ‘‘एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया और दो अन्य आरोपियों को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इंदौर से पकड़ा.’’ नोंगरांग ने बताया, ‘‘सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण कर दिया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.’’
डीजीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा किया है कि सोनम ने रघुवंशी की हत्या के लिए उन्हें भाड़े पर बुलाया था. उन्होंने कहा, ‘‘अपराध में संलिप्त कुछ और लोगों को पकड़ने के लिए मध्यप्रदेश में अभियान अब भी जारी है.’’
इस बीच, उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अमिताभ यश ने एक बयान में कहा, ‘‘इंदौर के गोविंदनगर खारचा की निवासी सोनम रघुवंशी रात में वाराणसी-गाजीपुर मुख्य मार्ग पर स्थित काशी ढाबा पर मिली. उसे प्रारंभिक उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा गया और फिर वन स्टॉप सेंटर में रखा गया.’’
‘वन स्टॉप सेंटर’ संकट में फंसी महिलाओं को सहायता प्रदान करता है. वहीं, इंदौर में सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरी बेटी 100 प्रतिशत बेगुनाह है. हम इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेघालय पुलिस मेरी बेटी के बारे में गलत बयान दे रही है क्योंकि राजा रघुवंशी की हत्या के मामले के कारण राज्य सरकार की छवि खराब हो रही है.’’
फर्नीचर में इस्तेमाल होने वाली सनमाइका शीट के कारोबारी देवी सिंह ने दावा किया कि उनकी बेटी के खिलाफ मेघालय पुलिस के पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उसने सुपारी देकर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या कराई थी. इससे पहले शुक्रवार को सोनम के परिवार ने मेघालय पुलिस की जांच से असंतुष्टि जताते हुए केंद्र से मामले को सीबीआई को सौंपने का आग्रह किया.
इस हत्याकांड में राज कुशवाह नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया है. देवी सिंह ने कहा कि राज कुशवाह नाम का एक व्यक्ति उनके प्रतिष्ठान से जुड़ा है और परसों तक वह उनके गोदाम पर काम कर रहा था.
उन्होंने कहा,‘‘कुशवाह का नाम मेरी बेटी सोनम के साथ गलत तरह से जोड़ा जा रहा है. मेघालय पुलिस अपनी खाल बचाने के लिए मेरी बेटी पर झूठे आरोप लगा रही है. मैं मेघालय पुलिस को कानूनी नोटिस भेजूंगा. मैं चाहता हूं कि सीबीआई पूरे मामले की जांच करे.’’
राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘सोनम ने उसके भाई गोविंद को कल देर रात वीडियो कॉल किया था. इसके बाद हमने उत्तर प्रदेश पुलिस को फोन करके सोनम के इस प्रदेश में होने की जानकारी दी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक भाड़े के कथित हत्यारों का सोनम से आमना-सामना नहीं कराया जाएगा, तब तक हम इस बात को नहीं मान सकते कि सोनम ने सुपारी देकर अपनी पत्नी की हत्या कराई थी.’’
हालांकि, रघुवंशी ने कहा कि अगर सोनम अपने पति राजा रघुवंशी के हत्याकांड में दोषी पाई जाती है तो उनके परिवार की मांग है कि उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
इंदौर के पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शहर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मेघालय पुलिस ने इंदौर और इसके आस-पास से तीन लोगों को हिरासत में लिया है.
उन्होंने बताया कि रविवार देर रात की इस मुहिम में इंदौर पुलिस ने मेघालय की ईस्ट खासी हिल्स पुलिस की मदद की. सिंह ने बताया कि राजा रघुवंशी के हत्याकांड का विस्तृत खुलासा मेघालय पुलिस करेगी.
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने राज्य और देश को झकझोर देने वाले इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की सराहना की.
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘राजा हत्याकांड में सात दिन के भीतर मेघालय पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है... मध्यप्रदेश के तीन हत्यारों को गिरफ्तार किया गया है. महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है तथा एक और हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अब भी जारी है.’’
‘पीटीआई-भाषा’ ने शनिवार को बताया था कि मावलखियात में एक पर्यटक गाइड अल्बर्ट पडे ने रघुवंशी और उनकी पत्नी को लापता होने के दिन तीन लोगों के साथ देखा था. अल्बर्ट ने कहा कि उसने 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंगरियात से मावलखियात तक 3,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते समय तीन लोगों के साथ दंपति को देखा था.
गाइड ने बताया कि उसने दंपति को पहचान लिया क्योंकि उसने पिछले दिन उन्हें नोंगरियात में लोकप्रिय ‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ देखने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया था और एक अन्य गाइड को काम पर रखा.
‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ मेघालय में पेड़ों की जड़ों से प्राकृतिक रूप से बना पुल है जो कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. गाइड ने यह भी बताया कि दंपति के साथ आए तीनों लोग हिंदी में बात कर रहे थे जो दिखाता है कि वे स्थानीय लोग नहीं थे.
दंपति के परिवारों ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की थी. रघुवंशी का शव ‘वेइसाडोंग फॉल्स’ के पास एक खाई में मिला था. उनकी एक सोने की अंगूठी और चेन गायब थी, जिससे संदेह और बढ़ गया कि उनकी हत्या की गई.
एक दिन बाद, पास में ही खून से सना एक चाकू मिला और दो दिन बाद दंपति द्वारा इस्तेमाल किए गए रेनकोट जैसा ही एक रेनकोट सोहरारिम और उस खाई के बीच मावकमा गांव में मिला, जहां रघुवंशी का शव पाया गया था.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मामले की सीबीआई जांच का आदेश देने का अनुरोध किया है. राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और दोनों 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए थे.
वे 22 मई को किराए के स्कूटर पर मावलखियात गांव पहुंचे. उनका स्कूटर 24 मई को शिलांग से सोहरा जाने वाली सड़क के किनारे एक कैफे में लावारिस हालत में मिला, जिसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई. एक पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में चार पुलिस उपाधीक्षकों की सहायता से एक विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है.