देशभर में स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं और दिल्ली समेत कई प्रमुख शहरों में गश्त, वाहनों और व्यक्तियों की गहन जांच तथा अत्याधुनिक निगरानी प्रणालियों के ज़रिए चौकसी बढ़ा दी गई है. राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा को बहुस्तरीय योजना के तहत मज़बूत किया गया है, जिसमें दिल्ली पुलिस, अर्धसैनिक बल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी), मिलिट्री इंटेलिजेंस और अन्य एजेंसियां शामिल हैं.
20,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है. अधिकारियों के अनुसार, उन्नत आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस तकनीक जैसे फेसियल रिकग्निशन, एंटी-इंट्रूज़न कैमरे, पर्सन काउंट कैमरे, ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) और परित्यक्त वस्तु पहचान प्रणाली स्थापित की गई हैं.
एएनपीआर संदिग्ध वाहनों की नंबर प्लेट स्कैन कर तुरंत अलर्ट जारी करेगा, जबकि फेसियल रिकग्निशन सिस्टम 3 लाख संदिग्ध व्यक्तियों के डाटाबेस से जुड़ा है.परित्यक्त वस्तु पहचान प्रणाली लाल क़िले के भीतर या आसपास छोड़ी गई किसी भी वस्तु पर तुरंत अलार्म बजाकर नियंत्रण कक्ष को सतर्क करेगी और एंटी-इंट्रूज़न कैमरे क़िले की हर दीवार और रेलिंग पर नज़र रखेंगे.
आसमान में एंटी-ड्रोन सिस्टम सक्रिय हैं, छतों पर स्नाइपर तैनात हैं और 800 से अधिक सीसीटीवी कैमरे प्रमुख इलाकों की निगरानी कर रहे हैं. दो विशेष नियंत्रण कक्ष—एक क़िले के भीतर और एक बाहर—426 कैमरों की लाइव फ़ीड पर चौबीसों घंटे नज़र रखेंगे.
संयुक्त पुलिस आयुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि लगभग 20 दिन पहले से लाल क़िले को एक्सेस कंट्रोल में लेकर नियमित एंटी-सबोटाज जांचें की जा रही हैं और वीवीआईपी मार्गों से लेकर क़िले तक सीसीटीवी लगाए गए हैं.
यातायात पुलिस के विशेष आयुक्त अजय चौधरी ने कहा कि 14 अगस्त रात 10 बजे से 15 अगस्त के कार्यक्रम के समापन तक दिल्ली में वाणिज्यिक वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है और लाल क़िला व इंडिया गेट के आस-पास के मार्गों पर डायवर्जन लागू किए गए हैं, जिसके लिए 3,000 यातायात कर्मियों को तैनात किया गया है.
बाहरी उत्तरी ज़िले के डीसीपी हर्षवर्धन वी. स्वामी के अनुसार, इंस्टाग्राम पर हथियारों की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करने वालों पर साइबर पेट्रोलिंग के ज़रिए कार्रवाई की गई और पिछले 24 घंटों में 9 संदिग्ध पकड़े गए, जिनसे 23 देशी पिस्तौल, एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल और 30 जिंदा कारतूस बरामद हुए.
देश के अन्य हिस्सों में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर पिकेट्स लगाकर 2,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, उत्तर प्रदेश के संबल में पुलिस ने फ़्लैग मार्च निकाला, जम्मू-कश्मीर के गुरेज़ में बीएसएफ ने एलओसी पर महिला जवानों की तैनाती की, जबकि मुंबई और अगरतला में संवेदनशील इलाकों में चेकप्वॉइंट, पिकेट और ख़ुफ़िया टीमों को सक्रिय किया गया है.
अधिकारियों का कहना है कि लोग पूरे उत्साह और देशभक्ति के साथ समारोह में भाग लेंगे क्योंकि सुरक्षा इंतज़ाम पूरी तरह चाक-चौबंद हैं.