इंदौर में होगा 17वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन, एनआरई लोगों के स्वागत में अभी से डूबा शहर
ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
देश के सबसे स्वच्छ शहर यानी इंदौर में 8 से 10 जनवरी तक 17वां प्रवासी भारतीय दिवस (17th Pravasi Bharatiya Divas Convention in Indore) मनाया जाएगा और इसलिए यह प्रवासी भारतीय दिवस मध्य प्रदेश के लोगों के लिए बहुत खास है. बता दें कि इस वर्ष के प्रवासी भारतीय दिवस की थीम "प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार" है.हालांकि आपके मन में ये सवाल भी होगा कि इंदौर में हो रहे इस बड़े आयोजन से शहर और प्रदेश को क्या मिलेगा? तो चलिए आज हम बताएंगे कि इस आयोजन से मध्य प्रदेश और इंदौर को क्या फायदा होगा. इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन 2023 होने जा रहा है. इसी के चलते पूरा शहर एनआरई लोगों के स्वागत में अभी से डूब गया है.
शहर के विकास के लिए होंगे कई एमओयू
आपको बता दें कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन 2023 (Pravasi Bhartiya Sammelan 2023) के दौरान शहर में कई तरह के आयोजन और एमओयू होने जा रहे हैं. उदाहरण के लिए, मॉरीशस का एक प्रतिनिधिमंडल इंदौर के साथ सिस्टर सिटी समझौता करना चाहता है.
कई एनआरआई हैं जो इंदौर के औद्योगिक क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं. वे उन्हें देखना चाहते हैं और शहर के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं.गौरतलब है कि अगर इन्वेस्टर शहर को देखेंगे तो इससे अच्छी खासी इन्वेस्टमेंट आने की भी उम्मीद रहेगी.
इंदौर के स्कूल होंगे और स्मार्ट
साथ ही साथ चूंकि इंदौर मध्य प्रदेश का एजुकेशन (Education of Indore Madhya Pradesh) हब है. इस वजह से बहुत से लोग शिक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग करना चाहते हैं. प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान कई प्रवासी भारतीय इंदौर के अलग-अलग इंस्टिट्यूट में भी विजिट करेंगे.
इंदौर के महापौर पुष्मित्र भार्गव ने भी एक इंटरव्यू में बताया था कि शहर के बाहर रह रहे इंदौर के लोग शहर के स्कूल को और स्मार्ट बनाने के लिए काम करना चाहते हैं और जब इस पर काम होगा तो इससे शहर का शिक्षा में और नाम होगा.