Speaking on National Unity Day, Ajit Doval said, weak and selfish governments weaken the nation.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित एक व्याख्यान में कहा कि किसी राष्ट्र की शक्ति उसकी सरकार की मजबूती और ईमानदारी पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि कोई देश बड़ा है या छोटा, मज़बूत है या कमज़ोर — असली ताकत उस सरकार में होती है जो स्पष्ट दृष्टिकोण और निःस्वार्थ भावना से काम करती है।
डोभाल ने कहा, “कभी-कभी लोग कहते हैं कि किसी देश की ताकत उसकी जनसंख्या, संसाधन या सामूहिक राष्ट्रीय भावना में होती है, लेकिन यह सब बहुत अमूर्त बातें हैं। असल में राष्ट्र की शक्ति उसकी सरकार की क्षमता, दृढ़ता और नीतिगत स्पष्टता में निहित होती है।” उन्होंने आगे कहा कि जब सरकारें “कमज़ोर और भ्रमित” होती हैं या “स्वार्थ से प्रभावित” हो जाती हैं, तो परिणाम हमेशा एक जैसे होते हैं — राष्ट्र अस्थिर और दिशाहीन हो जाता है।
एनएसए डोभाल ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय एकता केवल नारे या उत्सव का विषय नहीं है, बल्कि यह उस दृष्टि और नेतृत्व से जुड़ी है जो देश को सही दिशा में ले जा सके। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारत की ताकत उसकी विविधता और लोकतांत्रिक संरचना में है, लेकिन इसे बनाए रखने के लिए मजबूत, जवाबदेह और नैतिक नेतृत्व की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए डोभाल ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने की अपील की और कहा कि सच्ची एकता तभी संभव है जब सरकारें और नागरिक दोनों स्वार्थ से ऊपर उठकर राष्ट्र के व्यापक हित में सोचें।