मोहम्मद अकरम /नई दिल्ली
देश में भाईचारे को बढ़ावा देने, बुजुर्गों के देश की आजादी में योगदान को याद करने के लिए देश की बड़ी मुस्लिम जमात जमीयत उलेमा ए हिन्द (मौलाना महमूद मदनी गुट) का तीन दिवसीय 34वां महाधिवेशन आज यानी शुक्रवार शाम से शुरु हो रहा है, जो 12फरवरी तक चलेगा.
महाधिवेशन दिल्ली के राम लिला मैदान में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें देश के विख्यात मुस्लिम धर्म गुरु के अलावा बड़ी संख्या में दूसरे धर्मगुरु शामिल होंगे. समाज में बढ़ती घृणा को खत्म करना, धार्मिक स्वतंत्रता, कानूनों में हस्तक्षेप न करने, मदरसों की स्वायत्तता और मुसलमानों के लिए आरक्षण पर प्रस्ताव पाए किए जाने की उम्मीद है. महाधिवेशन को कामयाब बनाने के लिए जमीयत उलेमा ए हिन्द के पदाधिकारी कई सप्ताह से लगे हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक, निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 10-12 फरवरी को रामलीला मैदान में गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और सभी धर्म के धार्मिक नेता और बुद्धिजीवी आदि शामिल होंगे. महाधिवेशन में महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे.
10 से 11फरवरी तक क्या होगा ?
जमीयत उलेमा ए हिन्द द्वारा आयोजित इस महाधिवेशन में पहले दिन जमीयत के करीब दस हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे. इस सत्र में सिर्फ जमाअत से जुड़े शख्सियत संबोधित करेंगे और विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा.
12 फरवरी को खुला अधिवेशन
जमीयत के एक बयान में कहा गया है कि 12फरवरी को आयोजित होने वाले महाधिवेशन में धार्मिक और सामाजिक मुद्दो पर चर्चा होगी. साथ ही राजनीतिक नेतृत्व, इंटर-कम्युनिटी, समाज में बढ़ती घृणा अभियानों को रोकने के लिए, सांप्रदायिक विभाजन, धार्मिक स्वतंत्रता व्यक्तिगत कानूनों में हस्तक्षेप न करने, मदरसों की स्वायत्तता, पिछड़ेपन के आधार पर मुसलमानों के लिए आरक्षण, राष्ट्रीय एकीकरण, यूनिफॉर्म, नागरिक संहिता और न्यायपालिका के हाल के कुछ विवादास्पद निर्णयों समेत अन्य समसामयिक मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा.
महाधिवेशन की सूची
महाधिवेशन का पहला सत्र 10 फरवरी को शाम 4 बजे से होगा, जो रात 9 बजे तक चलेगा. द्वितीय महाधिवेशन 11 फरवरी 2023 को सुबह 9ः00 बजे से दोपहर तक चलेगा. 12 फरवरी आखिरी सत्र सुबह 9 बजे से शुरू होकर दोपहर तक चलेगा.