नई दिल्ली
इंडिगो एयरलाइंस ने मंगलवार को जम्मू, अमृतसर, चंडीगढ़, लेह, श्रीनगर और राजकोट हवाई अड्डों से आने-जाने वाली अपनी सभी उड़ानों को 13 मई के लिए रद्द करने की घोषणा की. एयरलाइन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर जारी एक आधिकारिक बयान में इंडिगो ने कहा,
“नवीनतम परिस्थितियों को देखते हुए और आपकी सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए, हम 13 मई 2025 को जम्मू, अमृतसर, चंडीगढ़, लेह, श्रीनगर और राजकोट से सभी उड़ानों को रद्द कर रहे हैं."
इंडिगो ने यात्रियों से हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति वेबसाइट या ऐप पर जांचने का अनुरोध किया है. साथ ही एयरलाइन ने यह भरोसा भी दिलाया कि यदि यात्रियों को सहायता की जरूरत हो, तो वह एक कॉल या मैसेज दूर हैं.
घोषणा के कुछ घंटे बाद, इंडिगो ने यह भी स्पष्ट किया कि वह हालिया सरकारी दिशा-निर्देशों के तहत, उन हवाई अड्डों पर धीरे-धीरे उड़ान संचालन फिर से शुरू करेगी, जो अस्थायी रूप से बंद किए गए थे.
एयरलाइन ने अपने एक ट्रैवल एडवाइजरी में कहा:
“नवीनतम सरकारी निर्देशों के अनुरूप, हवाई अड्डे अब संचालन के लिए खुले हैं। हम बंद मार्गों पर धीरे-धीरे परिचालन बहाल करेंगे.”
इससे पहले भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने भी सोमवार को घोषणा की थी कि उत्तरी और पश्चिमी भारत के 32 हवाई अड्डों को नागरिक उड़ान संचालन के लिए पुनः खोला जा रहा है.. ये हवाई अड्डे भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव को देखते हुए तीन दिन पूर्व अस्थायी रूप से बंद किए गए थे, और यह बंद 15 मई तक बढ़ा दिया गया था.
इस बीच, भारतीय सेना ने बताया कि फिलहाल भारतीय क्षेत्र में किसी भी दुश्मन ड्रोन की मौजूदगी की कोई सूचना नहीं है और स्थिति पूरी तरह से शांत एवं नियंत्रण में है.
हालांकि, जम्मू के सांबा सेक्टर में कुछ पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए थे, जिन्हें भारत की वायु रक्षा प्रणाली द्वारा रोका गया. चश्मदीदों ने लाल रोशनी की धारियाँ देखने और विस्फोटों की आवाज़ सुनने की पुष्टि की है. सेना के सूत्रों ने कहा कि सांबा सेक्टर में ड्रोन की संख्या बहुत कम थी और उन पर पूरी निगरानी रखी जा रही है.
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आश्वस्त किया,
“स्थिति नियंत्रण में है, घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है.”
इस घटनाक्रम के बावजूद एयरलाइंस और सरकारी एजेंसियां यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह सतर्क और सक्रिय हैं.