संभल (उत्तर प्रदेश)
मुहर्रम के अवसर पर सुरक्षा और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से संभल पुलिस ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए नाबालिग बच्चों के ताजिया या अलम उठाने पर रोक लगा दी है। यह जानकारी बुधवार को पुलिस अधिकारियों द्वारा दी गई।
अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तर) राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जुलूसों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्वयंसेवकों के साथ एक बैठक की गई, जिसमें उन्हें सभी निर्देशों और नियमों की जानकारी दी गई। उन्होंने स्पष्ट किया,“जुलूस में शामिल नाबालिग बच्चे ताजिया या अलम नहीं उठाएंगे। यह कार्य केवल वयस्कों को करने की अनुमति दी जाएगी।”
उन्होंने बताया कि“पूर्व में ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनमें अलम या ताजिया ऊपर से गुजर रही बिजली की तारों के संपर्क में आ गए, जिससे करंट लगने जैसी दुर्घटनाएं हुईं। इन खतरों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।”
अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि नाबालिग बच्चे जुलूस में भाग ले सकते हैं, परंतु वे अलम या ताजिया नहीं उठाएंगे।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि –
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ताजिया की ऊंचाई 10 फुट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
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जुलूस केवल पारंपरिक मार्गों से ही निकाले जाएं।
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ढोल-ताशा सीमित और परंपरा के अनुरूप बजे, विशेष रूप से अन्य धर्मों के धार्मिक स्थलों के पास अतिरिक्त शोर से परहेज किया जाए।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी स्वयंसेवकों ने इन नियमों का पालन करने का भरोसा दिलाया है। पुलिस प्रशासन ने आमजन से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि नियमों का पालन कर मुहर्रम को शांतिपूर्ण और सम्मानजनक तरीके से मनाया जाए।