जामिया मिल्लिया इस्लामिया के राजभाषा हिंदी प्रकोष्ठ द्वारा एक दिवसीय हिंदी कार्यशाला–यूनिकोड प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. यह कार्यशाला संस्थान के स्थापना अनुभाग (गैर-शैक्षणिक) से नामित 20 कर्मचारियों की भागीदारी के साथ आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य उन्हें हिंदी टाइपिंग में दक्ष बनाना था ताकि वे अपने कार्यालयीन कार्यों में हिंदी का सहज, प्रभावी और अधिकतम प्रयोग कर सकें.
उल्लेखनीय है कि राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित वार्षिक कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक सरकारी कार्यालय के लिए यह आवश्यक होता है कि वह हर तिमाही हिंदी कार्यशालाओं का आयोजन करे.
इसी दिशा में जामिया के कुलसचिव प्रोफेसर महताब आलम रिज़वी के नेतृत्व में इस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हुआ, जो प्रशासनिक दक्षता के साथ-साथ राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा.
कार्यशाला का आयोजन एफटीके सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र (CIT) की अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब में किया गया, जहां सिस्टम एनालिस्ट डॉ. अज़ीज़ उल्लाह ख़ान को विषय-विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित किया गया.
उन्होंने प्रतिभागियों को यूनिकोड आधारित हिंदी टाइपिंग से जुड़ी तकनीकी बारीकियों और उनके व्यवहारिक अनुप्रयोगों से विस्तारपूर्वक परिचित कराया. प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारियों ने न केवल उत्साहपूर्वक भागीदारी की, बल्कि विषय में गहन रुचि भी प्रदर्शित की.
कार्यक्रम के अंत में एक संवादात्मक प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी जिज्ञासाओं और समस्याओं को खुलकर साझा किया तथा विशेषज्ञ से समाधान प्राप्त किए। इस कार्यशाला ने न केवल कर्मचारियों की हिंदी टाइपिंग क्षमताओं को सशक्त किया, बल्कि राजभाषा के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को भी एक नई दिशा दी.