आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को यहां सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा-अर्चना की।
मुर्मू सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति हैं। साथ ही, वह मंदिर के दर्शन करने वाली दूसरी राष्ट्रपति भी हैं क्योंकि उनसे पहले पूर्व राष्ट्रपति वी. वी. गिरि ने 1970 के दशक में सबरीमला के दर्शन किए थे और वह एक डोली में सवार होकर मंदिर तक गए थे।
मुर्मू विशेष काफिले के साथ पूर्वाह्न करीब 11 बजे पंबा पहुंचीं। उन्होंने पंबा नदी के पानी से अपने पैर धोए और फिर भगवान गणपति मंदिर के मंदिर समेत आसपास के मंदिरों में पूजा-अर्चना की।
इसके बाद गणपति मंदिर के मेलशंती (मुख्य पुजारी)विष्णु नंबूदरी ने 'केट्टुनिरा मंडपम' में काली साड़ी पहनीं मुर्मू की पवित्र पोटली या 'इरुमुदिकेट्टू' भरी।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एक बयान में बताया कि राष्ट्रपति के अलावा उनके एडीसी सौरभ एस नायर, निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) विनय माथुर और दामाद गणेश चंद्र होम्ब्रम को भी पवित्र पोटली दी गई।
इसके बाद उन्होंने मंदिर के पास पत्थर की एक दीवार पर नारियल फेंके और अपने सिर पर पवित्र गठरियां रखकर वे विशेष चार पहिया वाहन पर सवार हो गए, जो उन्हें 4.5 किलोमीटर लंबे स्वामी अय्यप्पन मार्ग और भगवान अय्यप्पा मंदिर के पारंपरिक ट्रैकिंग मार्ग से होते हुए सन्निधानम ले गया।