After Diwali, traders are now pinning high hopes on Bhide Duj, Chhath and the wedding season.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
दीवाली की रौनक के बाद अब देशभर के बाजारों में फिर से रौनक लौट आई है। व्यापारी और कारोबारी वर्ग अब भाई दूज, छठ पूजा और लंबे शादी के सीजन को लेकर उत्साहित हैं। माना जा रहा है कि यह दौर फिर से अर्थव्यवस्था में त्योहार जैसी चमक लाएगा।
दीवाली के तुरंत बाद आज देशभर में गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाई गई। श्रद्धालुओं ने भगवान कृष्ण को 56 भोग चढ़ाकर गोवर्धन पर्वत का प्रतीक रूप बनाया। इसी के साथ बाजारों में पूजा सामग्री, सजावटी सामान, मिठाइयों और उपहारों की बिक्री बढ़ गई है।
भाई दूज (23 अक्टूबर) के लिए मिठाइयों, सूखे मेवों, उपहारों, कपड़ों, घड़ियों, मोबाइल एक्सेसरीज़ और पूजा की सामग्रियों की भारी मांग देखी जा रही है। वहीं छठ पूजा (27-28 अक्टूबर) के लिए फलों, गन्ने, नारियल, बांस की टोकरी, पीतल-पीतल के बर्तनों और साड़ियों की बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि इस बार गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव में पूजा-सामग्री, घी, दूध-दही, पुष्प, वस्त्र और बर्तनों की बिक्री में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान के तहत लोग भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
तुलसी विवाह (2 नवंबर) के साथ यह त्योहारी श्रृंखला समाप्त होगी, लेकिन उसके बाद शुरू होने वाला शादी का सीजन व्यापारियों के लिए एक और बड़ा अवसर लेकर आ रहा है। 1 नवंबर से 14 दिसंबर तक चलने वाले इस सीजन में देशभर में लाखों शादियां होंगी। खंडेलवाल ने अनुमान जताया कि इस दौरान सोना-चांदी, ज्वेलरी, वस्त्र, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और कैटरिंग जैसे क्षेत्रों में पांच लाख करोड़ रुपये तक का कारोबार हो सकता है, जो देश की अर्थव्यवस्था में नई जान फूंक देगा।