आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
इन्फोसिस के प्रवर्तकों और प्रवर्तक समूह ने कंपनी के 18,000 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदने की प्रक्रिया में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। इनमें नंदन एम. नीलेकणि और सुधा मूर्ति शामिल हैं।
कंपनी बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि शेयर पुनर्खरीद की प्रक्रिया (बायबैक) की घोषणा तक प्रवर्तकों के पास कंपनी में कुल 13.05 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
इन्फोसिस ने कहा, ‘‘ ...कंपनी के प्रवर्तक और प्रवर्तक समूह ने 14, 16, 17, 18 और 19 सितंबर, 2025 के अपने पत्रों के माध्यम से इसमें (बायबैक में) भाग नहीं लेने का इरादा व्यक्त किया है।’’
कंपनी सूचना के अनुसार, ‘‘ प्रस्तावित प्रक्रिया को मिलने वाली प्रतिक्रिया के आधार पर कंपनी में प्रवर्तक और प्रवर्तक समूह के वोटिंग अधिकार (जो सार्वजनिक घोषणा की तिथि तक 13.05 प्रतिशत हैं) बदल सकते हैं।’’
इन्फोसिस के प्रवर्तकों में कंपनी के सह-संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा एन. मूर्ति, बेटी अक्षता मूर्ति और बेटा रोहन मूर्ति शामिल हैं। इसमें कंपनी के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी, उनकी पत्नी रोहिणी नीलेकणी और बच्चे निहार एवं जान्हवी नीलेकणी भी शामिल हैं। अन्य सह-संस्थापक और उनके परिवार भी कंपनी के प्रवर्तक हैं।
इन्फोसिस के निदेशक मंडल की 11 सितंबर, 2025 को हुई बैठक में कंपनी के अब तक की सबसे बड़े 18,000 करोड़ रुपये के शेयर की पुन: खरीद को मंजूरी दी गई थी।