People have rejected Rahul Gandhi, that's why he is unable to accept the mandate: Fadnavis
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 2024 के राज्य विधानसभा चुनावों में हार पर आत्मावलोकन करने के बजाय जनादेश को अस्वीकार कर रहे हैं क्योंकि जनता ने उन्हें खारिज कर दिया है.
फडणवीस ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ और मराठी दैनिक समाचार पत्र ‘लोकसत्ता’ में प्रकाशित अपने लेखों में कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता बिहार सहित आगामी विधानसभा चुनावों में उन्हें मिलने वाली हार के लिए बहाने तैयार कर रहे हैं. राहुल गांधी ने शनिवार को कई अखबारों में प्रकाशित एक लेख और ‘एक्स’ पर ‘पोस्ट’ साझा कर आरोप लगाया था कि 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव ‘‘लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट’’ था और यह ‘‘मैच फिक्सिंग’’ अब बिहार में भी दोहराई जाएगी. सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर ‘पोस्ट’ साझा कर गांधी ने चुनाव में कथित अनियमितताओं के बारे में चरणबद्ध तरीके से बताया कि कैसे मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ा गया, मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया, फर्जी मतदान कराया गया और बाद में सबूतों को छिपा दिया गया.
निर्वाचन आयोग ने आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अनुकूल परिणाम नहीं मिलने के बाद चुनाव निकाय को बदनाम करना पूरी तरह बेतुका काम है. गांधी के दावों के जवाब में फडणवीस ने अपने लेख में कहा कि कांग्रेस नेता लोकतांत्रिक प्रक्रिया और लोगों के जनादेश का लगातार ‘‘अपमान’’ कर रहे हैं. भाजपा नेता ने आरोप लगाया, ‘‘लोगों ने राहुल गांधी को खारिज कर दिया है और इसके बदले में वह लोगों और उनके जनादेश को अस्वीकार कर रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक बार हार स्वीकार कर लेना अधिक विवेकपूर्ण होगा. इस बात पर आत्मचिंतन करने की जरूरत है कि आप कहां गलत हैं, लोगों के साथ आपका जुड़ाव क्यों कम है और आपको इसके बारे में क्या करना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता बिहार सहित आगामी विधानसभा चुनावों में उन्हें मिलने वाली हार के लिए अपने बहाने तैयार कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से मिलकर बने महायुति ने 2024 के महाराष्ट्र चुनावों में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) वाले गठबंधन महाविकास आघाडी को हराकर भारी बहुमत से जीत हासिल की थी.
फडणवीस ने कहा, ‘‘जहां तक महाराष्ट्र चुनाव का सवाल है, यह मूल रूप से महायुति और महा विकास आघाडी के बीच मुकाबला नहीं था. एक और कारक था: भारत जोड़ो अभियान। ‘जोड़ो’ नाम वाले इस अभियान में ‘तोड़ो’ अभियान क्या कर रहा था?’ उन्होंने दावा किया कि यह न्यायपालिका और निर्वाचन आयोग समेत देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ जनता में गलत धारणाएं पैदा कर रहा था और इस तरह उन्हें देश के खिलाफ लड़ने के लिए उकसा रहा था. फडणवीस ने कहा कि 1950 से लेकर एक नया कानून बनने तक (पूर्ववर्ती) कांग्रेस सरकारों ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त की सीधे नियुक्ति की.
उन्होंने कहा कि अब तक 26 आयुक्तों में से 25 को सीधे केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक समिति का गठन किया जिसमें विपक्ष के नेता या (विपक्ष में) सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेता शामिल हैं. पिछले साल हुए महाराष्ट्र चुनावों में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि पर गांधी की आपत्ति का जिक्र करते हुए फडणवीस ने कहा कि युवा मतदाताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. राहुल गांधी ने मतदाताओं की संख्या में वृद्धि को ‘‘फर्जी मतदाता’’ बताया था.
उन्होंने कहा, ‘‘साल 2014 से 2019 के बीच 63 लाख नए मतदाता जुड़े; 2009 से 2014 तक 75 लाख नए मतदाता जुड़े; और 2004 से 2009 तक एक करोड़ नए मतदाता जुड़े। इसका मतलब है कि 2024 में कुछ भी असाधारण नहीं हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2004 में विधानसभा चुनावों में लोकसभा चुनावों की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक मतदान हुआ था, जबकि 2009 में चार प्रतिशत अधिक, 2014 में तीन प्रतिशत अधिक, 2019 में एक प्रतिशत और 2024 में चार प्रतिशत अधिक मतदान हुआ.
उन्होंने कहा कि 2024 में कुछ भी नया नहीं हुआ. फडणवीस ने कहा, ‘‘मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि का दावा एक बड़ा मजाक है. क्या राहुल गांधी को यह नहीं पता कि शाम पांच से छह बजे तक भी मतदान का समय है और शाम छह बजे तक बूथ पर कतार में मौजूद सभी लोगों को अपना वोट डालने की अनुमति है?’’ उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शाम पांच बजे मतदान का आंकड़ा 60.96 प्रतिशत बताया गया था, जिसे अगले दिन अंतिम तौर पर 66.71 प्रतिशत बताया गया यानी वृद्धि 5.75 प्रतिशत थी.
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन क्या आप इस तथ्य को छिपा रहे हैं क्योंकि आपने वह चुनाव जीता था?’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले अंतिम मतदान के आंकड़े देर रात आते थे; अब शाम पांच बजे का आंकड़ा जारी किया जाता है और अंतिम आंकड़ा अगले दिन आता है.