KSRTC बस में अभिनेता दिलीप की फिल्म चलाए जाने पर यात्रियों का विरोध

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 15-12-2025
Passengers protest against actor Dileep's film being shown on a KSRTC bus.
Passengers protest against actor Dileep's film being shown on a KSRTC bus.

 

पतनमतिट्टा (केरल) 

तिरुवनंतपुरम से कालपेट्टा जा रही एक KSRTC बस में शनिवार को अभिनेता दिलीप की फिल्म चलाए जाने पर यात्रियों ने कड़ा विरोध जताया। दिलीप 2017 के केरल अभिनेत्री हमले के मामले में आरोपित रहे थे और बाद में निचली अदालत से बरी हुए थे। फिल्म शुरू होते ही कुछ महिला यात्रियों ने इसका विरोध किया और बस कर्मचारियों से फिल्म बंद कराने की मांग की।

विरोध के बाद बस स्टाफ ने फिल्म रोक दी, लेकिन मामला तब बिगड़ गया जब कुछ पुरुष यात्रियों ने दिलीप के समर्थन में दखल दिया और बस में बहसबाज़ी शुरू हो गई।

यात्री लेख्मी आर. शेखर ने घटना का विवरण बताया

लेख्मी आर. शेखर, जो अपने पति और बेटे के साथ बस में सफर कर रही थीं, ने बताया,“मैं केशवदासपुरम से अडूर जा रही थी। बस में दिलीप की फिल्म परक्कुम थालिका बहुत तेज़ आवाज़ में चलाई जा रही थी। मौजूदा परिस्थितियों में इस फिल्म को सुनना और देखना मेरे लिए बेहद असहज था, खासकर पूरे 2.5 घंटे की यात्रा के दौरान।”

उन्होंने आगे कहा,“मैंने कंडक्टर से फिल्म बंद करने को कहा और बताया कि अन्यथा मैं अगले स्टॉप पर उतर जाऊंगी। जब मैंने बस यात्रियों से पूछा कि क्या वे यह फिल्म देखना चाहते हैं, तो दो को छोड़कर सभी महिलाओं ने साफ कहा कि वे यह फिल्म नहीं देखना चाहतीं। हम सब सर्वाइवर के साथ हैं।”बहुमत की राय को देखते हुए कंडक्टर ने टीवी बंद कर दिया।

कुछ यात्रियों ने कोर्ट के फैसले का हवाला देकर विरोध किया

लेख्मी ने बताया कि दो यात्रियों ने विरोध करते हुए कहा कि अदालत ने दिलीप को बरी कर दिया है।उन्होंने कहा,“फिल्म बंद करने के बाद एक-दो लोग, जो शराब पिए हुए लग रहे थे, बहस करने लगे कि मामला अदालत से सुलझ चुका है। लेकिन अभी केवल निचली अदालत ने फैसला दिया है, उच्च अदालतों में केस लंबित है। जब तक सर्वाइवर को न्याय नहीं मिलता, हर आत्मसम्मान वाली महिला को उसके साथ खड़ा होना चाहिए।”

मामले का पृष्ठभूमि

शुक्रवार को एर्नाकुलम प्रिंसिपल सेशंस कोर्ट ने 2017 की अभिनेत्री हमला मामले में छह दोषियों को 20 साल की सख्त सजा सुनाई।अभिनेता दिलीप, जो इस मामले में आठवें आरोपी थे, को अदालत ने बरी कर दिया था।यह मामला उस अभिनेत्री से जुड़ा है, जो मलयालम, तमिल और तेलुगु फिल्मों में काम करती थीं और 17 फरवरी 2017 की रात कुछ लोगों ने उनकी कार में घुसकर उनका अपहरण और यौन उत्पीड़न किया था।