मलकानगिरी (ओडिशा)
ओडिशा के मलकानगिरी ज़िले में पोटेरू नदी से एक महिला का सिर कटा शव मिलने के बाद भड़की हिंसा के मद्देनज़र रविवार को पुलिस और सुरक्षा बलों ने जिले के संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च निकाला। अधिकारियों ने बताया कि हालात अब काफी हद तक स्थिर हैं। बीजेपी सांसद बालभद्र माझी और समुदाय नेताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की है।
विभिन्न थाना क्षेत्रों के तहत आने वाले संवेदनशील गाँवों में सुरक्षा बलों ने मार्च करते हुए किसी भी नई हिंसा को रोकने के लिए चौकसी बढ़ाई। जिले में सुरक्षा कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती के साथ-साथ एहतियातन इंटरनेट सेवाएँ अस्थायी रूप से बंद की गई हैं।
हिंसा प्रभावित गाँवों के दौरे पर सांसद बालभद्र माझी ने इस घटना को “निंदनीय” बताया।उन्होंने कहा,“रखेलगुड़ा में हाल ही में एक हत्या हुई है। ऐसे अपराधियों को मौत से कम सज़ा नहीं मिलनी चाहिए।’’
सांसद ने बताया कि पास के एक गाँव में लगभग सभी घर जला दिए गए, जिससे कई परिवार बेघर हो गए हैं। उन्होंने कहा,“यह भी क्षम्य नहीं है। राज्य सरकार को घोषित 4.5 करोड़ रुपये की राहत से अधिक सहायता प्रदान करनी चाहिए।”
मलकानगिरी बंगाली समाज के अध्यक्ष गौरंगा कर्मकार ने बताया कि सांसद माझी ने दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।उन्होंने कहा,“सांसद ने हमसे मुलाकात कर कहा कि प्रशासनिक जांच होगी और दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाएगी। साथ ही पास के आदिवासी गाँव बेघर परिवारों की मदद करेंगे।”उन्होंने आगे कहा कि समुदाय अब सतर्क रहेगा ताकि ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।
पुलिस के अनुसार, हत्या मामले के मुख्य आरोपी सुभा रंजन मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया है। वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर जल्द चार्जशीट दायर करने की प्रक्रिया जारी है।हिंसा और दंगों में शामिल छह अन्य व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया है।
मलकानगिरी कलेक्टर सोमेश कुमार उपाध्याय ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से शांति कायम है।
BNS की धारा 163 के तहत लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।
एहतियात के तौर पर इंटरनेट बैन सोमवार दोपहर तक जारी रखा गया है।
जिले में 3.7 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का आँकलन सरकार को भेजा गया है। प्रभावित गाँवों में बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने का काम जारी है।