आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिलों के अग्रिम इलाकों में शुक्रवार की सुबह पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में एक ग्रामीण की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए. इस घटना के बाद सेना ने जवाबी कार्रवाई की.
अधिकारियों ने बताया कि तड़के तीन बजकर 50 मिनट से चार बजकर 45 मिनट के बीच उच्च तीव्रता वाले कई विस्फोटों के कारण तत्काल ब्लैकआउट किया गया और सायरन बजने लगे. तड़के से पहले के वीडियो में जम्मू क्षेत्र में ड्रोन और अन्य उड़ने वाली वस्तुओं को वायु रक्षा प्रणाली द्वारा निष्प्रभावी करते हुए देखा जा सकता है. कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामूला जिलों के अलावा राजौरी, पुंछ और जम्मू जिलों में रातभर गोलीबारी और गोलाबारी की गई.
अधिकारियों ने बताया कि पुंछ जिले के लोरान और मेंढर सेक्टर के विभिन्न इलाकों में पाकिस्तानी गोलाबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और उसकी पत्नी समेत तीन अन्य घायल हो गए. उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने बताया कि गोलाबारी से संपत्तियों को भी काफी नुकसान पहुंचा है, कई मकान और सैकड़ों वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान लोरान इलाके के मोहम्मद अबरार के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि घायलों में मेंढर के चलेरी इलाके का लायाकत हुसैन भी शामिल है. एडीजीपीआई ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘भारतीय सेना राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सभी नापाक मंसूबों का करारा जवाब दिया जाएगा.’’
भारत ने बृहस्पतिवार रात जम्मू और पठानकोट समेत अन्य स्थानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने के पाकिस्तान के प्रयासों को विफल कर दिया। इससे पहले भारत ने देश के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में 15 स्थानों पर इसी तरह के प्रयासों को नाकाम कर दिया था. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. इससे पहले, ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जम्मू के उपायुक्त ने निवासियों से शांत रहने का आग्रह किया था.उन्होंने कहा, ‘‘कृपया शांत रहें. घबराएं नहीं.’’
जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर क्षेत्र के सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिए गए हैं. नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर मौजूदा सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर, पुंछ के उपायुक्त विकास कुंडल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शफकेत हुसैन ने सुरक्षा उपायों का आकलन करने और उन्हें सुदृढ़ करने के लिए मंगनार क्षेत्र का दौरा किया.
अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने बल की तैनाती की व्यापक समीक्षा की, परिचालन तैयारियों का आकलन किया और शांति एवं लोगों की सुरक्षा बनाए रखने में निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र के कर्मियों के साथ बातचीत की. उन्होंने बताया कि जम्मू के अलावा पुंछ और राजौरी जिलों में नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया कि इनमें से कई लोगों को शिविरों में रखा गया है. सेना ने कहा कि मंगलवार देर रात जम्मू-कश्मीर के पुंछ और तंगधार क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से बिना कारण की गई गोलीबारी और भारी गोलाबारी में 15 भारतीयों की जान चली गई और 43 घायल हो गए.